बीजेपी का 'मिशन झारखंड' : शिवराज सिंह ने कार्यकर्ताओं को दिया जीत का मंत्र, कांग्रेस और JMM को बताया झूठ बोलने वाली मशीन
रांची :झारखंड में इस साल के अंत में विधानसभा चुनाव होने वाले हैं. सभी पार्टियां अपनी-अपनी तैयारी में लगी हुई है. बीजेपी की भी रणनीति तैयार हो रही है. इस बीच केंद्रीय मंत्री सह झारखंड विधानसभा चुनाव प्रभारी शिवराज सिंह चौहान रांची पहुंचे. कजरी विधानसभा क्षेत्र में कार्यकर्ताओं के अभिनंदन समारोह में शामिल हुए. कार्यकर्ताओं को संबोधित भी किया. इस दौरान उन्होंने जेएमएम और कांग्रेस पर जमकर निशाना साधा. साथ ही बीजेपी के कार्यकर्ताओं को जीत का मंत्र दिया और बताया कैसे झारखंड में बीजेपी की सरकार बनेगी. अभिनन्दन समारोह में रक्षा राज्य मंत्री संजय सेठ समेत पार्टी के कई वरीय नेता शामिल थे.
'कांग्रेस और JMM झूठ बोलने की मशीनें बन गई'
केंद्रीय मंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा कि लोकसभा चुनाव परिणाम को लेकर इंडिया अलायंस की ओर से भ्रम फैलाया जा रहा है. इंडिया अलायंस के लोग दावा कर रहे हैं कि झारखंड में उनकी गठबंधन को बड़ी सफलता मिली है. हालांकि सच्चाई ये है कि झारखंड की 14 लोकसभा सीटों में 9 सीटों पर एनडीए ने जीत हासिल की. वहीं विधानसभा क्षेत्रों की बात की जाए, तो राज्य की 81 विधानसभा सीटों में से 52 पर बीजेपी-आजसू पार्टी को बढ़त मिली. उन्होंने कहा कि लोकसभा चुनाव में हमने शानदार सफलता प्राप्त की है लेकिन कांग्रेस और JMM कभी 'अग्निवीर योजना' पर झूठ बोलते हैं तो कभी MSP पर. ये लोग हिंदुओं को हिंसक बताते हैं, राहुल बाबा हिंदुत्व की पहचान तुम क्या जानोगे?
राहुल गांधी और हेमंत सोरेन पर बरसे शिवराज सिंह
शिवराज सिंह ने लोकसभा चुनाव में मिली शानदार सफलता के लिए झारखंड प्रदेश के कार्यकर्ताओं को बधाई दी. उन्होंने कहा, 'लोकसभा चुनाव में हमने शानदार सफलता प्राप्त की है लेकिन कांग्रेस और JMM कभी 'अग्निवीर योजना' पर झूठ बोलते हैं तो कभी MSP पर. ये लोग हिंदुओं को हिंसक बताते हैं, राहुल बाबा हिंदुत्व की पहचान तुम क्या जानोगे. शिवराज सिंह चौहान ने कहा कि पांच साल पहले हेमंत सोरेन की ओर से राज्य के पांच लाख युवाओं को रोजगार देने का वादा किया था, लेकिन इन वादों का क्या हुआ. जबकि बीजेपी की सरकार में किसानों को प्रति एकड़ पांच हजार रुपये की सहायता दी थी, लेकिन हेमंत सरकार ने सत्ता में आते ही उस योजना को बंद कर दिया. पिछली सरकार में 50 लाख की जमीन का निबंधन एक रुपये में हो जाता था। लेकिन उस योजना को भी बंद कर दिया गया।