मंत्री संजय प्रसाद यादव को बड़ी राहत : आचार संहिता उल्लंघन मामले में साक्ष्य के अभाव में दुमका कोर्ट से हुए बरी
रांची/दुमका : इस वक्त की बड़ी खबर झारखंड से आ रही है. राज्य के श्रम नियोजन एवं कौशल विकास मंत्री संजय प्रसाद यादव आचार संहिता उल्लंघन के मामले में साक्ष्य के अभाव में दुमका कोर्ट से बरी हो गये.
गौरतलब है कि आचार संहिता उल्लंघन के मामले में संजय प्रसाद यादव के खिलाफ गोड्डा के पथरगामा थाना में केस दर्ज किया गया था. इसी को लेकर मंत्री संजय प्रसाद यादव गुरुवार को दुमका कोर्ट में पेश हुए. कोर्ट ने साक्ष्य के अभाव में उन्हें बरी कर दिया.
इस संबंध में मंत्री संजय प्रसाद यादव ने कहा कि यह मामला वर्ष2014में हुए विधानसभा चुनाव के दौरान गोड्डा जिले के पथरगामा थाना में दर्ज आचार संहिता उल्लंघन का है. मंत्री ने कहा कि साक्ष्य के अभाव में कोर्ट ने हमें बरी किया है.उन्होंने कहा कि हमें न्यायालय पर भरोसा था. आज हमें इंसाफ मिला है. न्यायालय द्वारा मुझे आचार संहिता उल्लंघन के एक पुराने मामले में रिहाई मिली. यह फैसला न सिर्फ मेरे व्यक्तिगत जीवन के लिए महत्वपूर्ण है,बल्कि उन तमाम लोगों के लिए भी एक प्रेरणा है जो लोकतंत्र,न्याय और संविधान में अटूट आस्था रखते हैं. मैं प्रारंभ से ही न्यायपालिका पर विश्वास रखता रहा हूँ और आज उसका सम्मान और बढ़ गया है.
यह रिहाई मेरे राजनीतिक जीवन को और ऊर्जा देगी, जनसेवा की भावना को और दृढ़ बनाएगी. मैं अपने अधिवक्ताओं का, पार्टी नेतृत्व का और सभी शुभचिंतकों का हृदय से आभार प्रकट करता हूँ, जिनके समर्थन और विश्वास से यह संभव हुआ. भाजपा और आरएसएस आज भी बिहार-झारखंड में नफरत की राजनीति को जिंदा रखना चाहते हैं, लेकिन जनता अब जाग चुकी है. जाति, धर्म और संप्रदाय के नाम पर वोट मांगने वालों को हर बार जनता ने नकारा है. हमारी राजनीति सामाजिक न्याय, विकास और संविधान की रक्षा के लिए समर्पित है. बिहार विधानसभा में आगामी चुनाव में महागठबंधन एकजुट होकर इन विभाजनकारी ताकतों को जवाब देगा. हमारा लक्ष्य है – ग़रीब, मज़दूर, किसान और युवाओं के हक की आवाज़ को और बुलंद करना. हम अन्याय के खिलाफ थे, हैं और रहेंगे.
जोहार
रांची से सीनियर रिपोर्टर संतोष कुमार की रिपोर्ट--