टीकाकरण के पश्चात प्रतिकूल प्रभाव : कोविन पोर्टल पर लाभार्थी भी दर्ज करा सकेंगे प्रभाव..अधिकारी करेंगे लाभार्थियों की निगरानी

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पटना। कोविड 19 टीकाकरण के बाद माइनर, सीरियस एवं सीवियर प्रतिकूल घटनाओं संबंधित सूचना टीकाकर्मी एवं जिला प्रतिरक्षण पदाधिकारी द्वारा कोविन पोर्टल पर उपलब्ध करायी जा रही है। 30 जून से कोविन पोर्टल पर कोविड-19 टीकाकरण के पश्चात प्रतिकूल प्रभाव की सूचना लाभार्थी द्वारा करने की सुविधा उपलब्ध करायी गयी है। इससे स्वास्थ्य विभाग को टीकाकरण के पश्चात प्रतिकूल प्रभाव वाले लाभार्थियों के निगरानी करने में सहूलियत होगी। साथ ही ऐसे लाभार्थियों को तत्काल स्वास्थ्यकर्मियों द्वारा प्रथम दृष्ट्या परामर्श भी दिया जायेगा।

इस बारे में स्वास्थ्य मंत्री मंगल पांडेय ने कहा कि ऐसे लाभार्थी जो खुद से कोविन पोर्टल पर टीकाकरण के पश्चात प्रतिकूल घटनाओं से संबंधित सूचना साझा नहीं कर सकते, ऐसी स्थिति में उनके संबंधी या फिर मित्र द्वारा लाभार्थी के पंजीकृत मोबाईल नंबर पर जाकर इस सूचना को साझा कर सकते हैं। लाभार्थी द्वारा अपने पंजीकृत मोबाइल से दर्ज किए जाने पर एडवर्स इवेंट फोलोविंग इम्यूनाइजेशन (एईएफआई) आईडी प्राप्त होगा। लाभार्थी द्वारा अपने पंजीकृत मोबाइल से उक्त सूचना का कोविन पोर्टल पर दर्ज किए जाने पर जो प्रभाव प्राप्त होगा उसे जिला प्रतिरक्षण पदाधिकारी द्वारा श्रेणीकरण, जांच औऱ सत्यापन संबंधित कार्य किया जाएगा।

मंगल पांडेय ने कहा कि कोरोना महामारी को रोकने में कोविड टीकाकरण सबसे प्रभावी माध्यम साबित हुआ है। विभाग द्वारा जुलाई माह में हर घर दस्तक अभियान भी चलाया जा रहा है। यह बिहार के लिए ख़ुशी का विषय है कि अब तक राज्य में कोविड टीकाकरण के डोज का आंकड़ा 14 करोड़ 33 लाख 10 हजार के पार हो चुका है। अभियान के जरिए टीकाकरण से वंचित लाभुकों को टीकाकृत किया जा रहा है। टीका के बाद किसी भी तरह के प्रतिकूल प्रभाव की लाभुक द्वारा जानकारी देने की सुविधा से इसके प्रभावी निगरानी एवं टीकाकरण से वंचित लोगों को टीकाकरण के लिए प्रेरित करने में कारगर भी साबित होगा।


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