BIHAR NEWS : जैव विविधता संरक्षण और ईको-पर्यटन को बढ़ावा, बिहार में 30 करोड़ की नई परियोजनाएं शुरु

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पटना :पर्यावरण,वन एवं जलवायु परिवर्तन विभाग,बिहार सरकार द्वारा राज्य में ईको-पर्यटन को बढ़ावा देने के लिए एक और ऐतिहासिक कदम उठाया गया.विभाग के मंत्री डॉ. सुनील कुमार ने सोमवार को वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से विभिन्न महत्वपूर्ण परियोजनाओं का शिलान्यास एवं लोकार्पण किया.

झील से डॉलफिन तक, बेतिया,मधुबनी और भागलपुर में ईको-परियोजनाओं का शुभारंभ

इस अवसर पर बेतिया के उदयपुर झील आश्रयणी के आसपास विकसित ईको-पर्यटन सुविधाओं का लोकार्पण किया गया.लगभग 4.94 करोड़ रुपए की लागत से निर्मित इस परियोजना के तहत झील क्षेत्र के सौंदर्यीकरण,आगंतुकों के लिए पैदल मार्ग,विश्राम स्थल,लाइटिंग तथा पर्यावरण-अनुकूल सुविधाओं का विकास किया गया है.

इसके साथ ही मधुबनी जिले के कुम्मर पोखर जैव विविधता पार्क का शिलान्यास किया गया.इस परियोजना की कुल लागत 10.28 करोड़ रुपए है.इसके अंतर्गत जैव विविधता संरक्षण,हरित क्षेत्र विस्तार,प्राकृतिक आवासों के पुनर्जीवन एवं स्थानीय समुदायों की सहभागिता के माध्यम से सतत पारिस्थितिकी तंत्र को बढ़ावा देने का लक्ष्य रखा गया है.

इसी क्रम में,विक्रमशिला गांगेय डॉलफिन आश्रयणी (भागलपुर) के फेज-1 परियोजना का भी शिलान्यास किया गया.लगभग 8.03 करोड़ रुपए की लागत वाली यह परियोजना गंगा नदी में पाई जाने वाली लुप्तप्राय गांगेय डॉलफिन के संरक्षण एवं आवास सुधार पर केंद्रित है.

हरित क्रांति के साथ-साथ रोजगार भी

इस अवसर पर विभाग के प्रधान सचिव आनंद किशोर,पीसीसीएफ हॉफ पी.के. गुप्ता,अभय कुमार,अपर प्रधान मुख्य वन संरक्षक सह मुख्य वन्यप्राणी प्रतिपालक,प्रधान मुख्य वन संरक्षक (विकास) अरविंदर सिंह,सुरेंद्र सिंह,अपर प्रधान मुख्य वन संरक्षक (कैम्पा) एवं सीसीएफ( आईटी) एस. चंद्रशेखर सहित विभागीय अधिकारी उपस्थित रहे.

इस अवसर पर मीडिया को संबोधित करते हुए विभाग के मंत्री डॉ. सुनील कुमार ने कहा कि“राज्य में पर्यावरण संरक्षण के साथ-साथ ईको-पर्यटन को बढ़ावा देना हमारी प्राथमिकता है.ये परियोजनाएं न केवल जैव विविधता को संरक्षित करेंगी,बल्कि स्थानीय अर्थव्यवस्था और पर्यटन को भी नई दिशा देंगी.उन्होंने बताया कि हमारे विभाग ने सेवा पर्व के दौरान राज्य में 2.80 लाख पौधरोपण के लक्ष्य के विरुद्ध 3.66 लाख पौधे लगाये गए.उन्होंने यह भी बताया कि वर्ष 2028 तक राज्य का हरित आवरण 17 प्रतिशत कर दिया जाएगा.इसी के तहत वर्ष 2025-26 में 5 करोड़ पौधे लगाने का लक्ष्य है.आरा मिलों के बारे में बात करते हुए उन्होंने बताया कि बिहार के आरा मिल मालिकों को लाइसेंस मिलेगा.इससे 45,000 लोगों को रोजगार मिलेगा.’साथ ही बताया कि कैबिनेट में 2739 पदों की स्वीकृति दी गई है जिसकी नियुक्ति जल्द ही की जाएगी.

रोहतास से कैमूर तक करोड़ों की विकास परियोजनाएं

इकोटूरिज्म क्षेत्र के बारे में विस्तार करते हुए उन्होंने बताया कि लगभग 12 करोड़ रोहतास के तुतला भवानी, 15 करोड़ की राशि से गुप्ताधाम का उन्नयन, 12 करोड़ की राशि से बांका का जीर्णोद्धार, कैमूर और रोहतास सहित जहानाबाद के बराबर पहाड़ आदि इकोटूरिज्म जगहों का विकास किया जाएगा. इसी क्रम में उन्होंने बहादुरपुर हाउसिंग कॉलोनी सेक्टर 4 (पार्क 2), सेक्टर डी 51 पार्क, श्री कृष्णा नगर पार्क संख्या -03, श्री कृष्णा नगर पार्क संख्या 07 का भीउद्घाटनकिया.