लोकसभा में अमित शाह की हुंकार : कांग्रेस पर किया पलटवार, कहा : आपकी पार्टी ने कभी नहीं बनाया OBC PM, मेरी पार्टी ने कर दिखाया
Women Reservation Bill :संसद के विशेष सत्र का आज तीसरा दिन है। लोकसभा में महिला आरक्षण बिल पर चर्चा हो रही है। नए संसद भवन में पेश होने वाला पहला बिल 'नारी शक्ति वंदन विधेयक' है। केंद्रीय कानून मंत्री अर्जुन राम मेघवाल ने लोकसभा में महिला आरक्षण से जुड़ा 128वां संविधान संशोधन 'नारी शक्ति वंदन विधेयक-2023' पेश किया। आज इस बिल पर सदन में विस्तृत चर्चा हो रही है।
लोकसभा में अमित शाह की हुंकार
लोकसभा में महिला आरक्षण बिल पर चर्चा के दौरान केन्द्रीय गृहमंत्री अमित शाह ने भी भाग लिया। हालांकि जब वे बोलने के लिए खड़े हुए तो कांग्रेस समेत विपक्षी दलों ने हंगामा करना शुरू कर दिया। अमित शाह ने महिला आरक्षण बिल पर चर्चा करते हुए कहा कि इस बिल के जरिए एक-तिहाई सीटें मातृशक्ति के लिए आरक्षित हो जाएंगी।
"पीएम मोदी के लिए ये सियासी मुद्दा नहीं"
उन्होंने कहा कि इस देश की बेटी न केवल नीतियों के अंदर अपना हिस्सा पाएगी बल्कि नीति निर्धारण में भी अपने पद को सुरक्षित करेगी। उन्होंने कहा कि कुछ पार्टियों के लिए ये बिल पॉलिटिकल एजेंडा हो सकता है लेकिन मेरी पार्टी और मेरे नेता पीएम मोदी के लिए ये राजनीतिक मुद्दा नहीं है। उन्होंने कहा कि ये पीएम मोदी के लिए मान्यता का सवाल है।
अमित शाह ने कहा कि किसी सिद्धांत के लिए किसी व्यक्ति या संस्था का आकलन करना है तो कोई एक घटना से फैसला नहीं हो सकता। अमित शाह ने कहा कि 2014 में जब नरेंद्र मोदी प्रधानमंत्री बने तो उन्होंने CM पद से इस्तीफा दिया तो उस वक्त उनके बैंक अकाउंट में जितना भी पैसा बचा था, वो पूरा गुजरात सचिवालय के वर्ग-3 और वर्ग-4 के कर्मचारियों की बच्चियों की पढा़ई-लिखाई के लिए दिया। इसके लिए कोई कानून नहीं था।
अमित शाह ने ये भी कहा कि नरेंद्र मोदी जब गुजरात के मुख्यमंत्री थे, तब उन्होंने बेटी पढ़ाओ-बेटी बचाओ का नारा देशभर में दिया। उन्होंने कहा कि गुजरात में उन्होंने जागरूकता पैदा की। इससे लिंगानुपात में सुधार हुआ था। उन्होंने कहा कि बेटी बचाओ-बेटी पढ़ाई का फायदा ये हुआ कि एक ओर लिंगानुपात में सुधार हुआ, दूसरा गुजरात में प्राइमरी एजुकेशन में 37 फीसदी ड्रॉपआउट रेशियो था लेकिन जब मोदीजी प्रधानमंत्री बने तो ये ड्रॉपआउट रेशियो घटकर 0.7 फीसदी रह गया।
कांग्रेस पर किया जोरदार पलटवार
उन्होंने कहा कि ये हमारे लिए राजनीति नहीं, मान्यता औऱ संस्कृति का मुद्दा है। उन्होंने कहा कि महिला सशक्तिकरण संविधान संशोधन से जुड़ा नहीं है बल्कि ये महिलाओं के लिए सुरक्षा, सम्मान और सहभागिता से जुड़ा है। जिस दिन मोदीजी ने पीएम पद की शपथ ली, उसी दिन से ये संकल्प सरकार का है।
केन्द्रीय गृहमंत्री अमित शाह ने कहा कि यह बिल युग बदलने वाला है। अमित शाह ने इस बिल के लिए प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी को धन्यवाद दिया। अमित शाह ने कहा कि कुछ दलों के लिए महिला आरक्षण एक सियासी मुद्दा हो सकता है, चुनाव जीतने का हथियार हो सकता है लेकिन मेरी पार्टी और मेरे नेता नरेंद्र मोदी के लिए यह राजनैतिक मुद्दा नहीं है।
अमित शाह ने जन-धन अकाउंट का किया जिक्र
लोकसभा में अमित शाह ने कहा कि जब पीएम मोदी इस देश के प्रधानमंत्री बने, तब इस देश के 70 करोड़ लोगों के पास बैंक अकाउंट नहीं थे। पीएम मोदी ने ये जन-धन योजना चालू की। इसके तहत बैंक अकाउंट खोले गए। इसके तहत 52 करोड़ अकाउंट खोले गए। इसमें 70 फीसदी अकाउंट माताओं के नाम से खोले गए। आज सारी योजनाओं का पैसा महिलाओं के बैंक खातों में जाता है। कांग्रेस ने 5 दशक से ज्यादा शासन किया। 11 करोड़ परिवार ऐसे थे, जहां शौचालय नहीं थे। गरीबी हटाओ के नारे दिए लेकिन गरीबों की कोई व्यवस्था नहीं की थी लेकिन पीएम मोदी ने पहले साल के अंदर ही 11 करोड़ 72 लाख शौचालय बनाए। इससे महिलाओं का सम्मान हुआ।
महिला आरक्षण विधेयक पर चर्चा करते हुए गृहमंत्री अमित शाह ने कहा कि आज दुनियाभर में विमान उड़ाने वाले पायलटों में महिलाओं की संख्या 5 फीसदी है लेकिन भारत में 15 फीसदी है, ये पिछले 10 साल में हुआ है। उन्होंने कहा कि हम जो बिल लेकर आए हैं, कई महिला सांसदों ने कहा कि महिला को रिजर्वेशन देकर नीचा नहीं दिखाना चाहिए क्योंकि महिला भी उतनी ही सशक्त है, जितने पुरुष। उन्होंने कहा कि महिला पुरुषों से ज्यादा सशक्त है लेकिन समाज में ऐसी व्यवस्था बनी हुई है, इस आरक्षण से अब पॉलिसी मेकिंग में महिलाओं की भागीदारी सुनिश्चित हो जाएगी। उन्होंने कहा कि इस देश में जो रहता है, जिसकी जड़ें भारत से जुड़ी हैं, वह महिलाओं को कमजोर समझने की गलती नहीं करेगा।
"आपकी पार्टी ने कभी OBC प्रधानमंत्री नहीं बनाया"
अमित शाह ने कहा कि देवियों के तीन स्वरूप हैं - दुर्गा, सरस्वती और लक्ष्मी। मां दुर्गा शक्ति स्वरूपा हैं, सरस्वती विद्या और मां लक्ष्मी वैभव का स्वरूप हैं। इन तीनों स्वरूपों ने हमारे पुरखों ने मां की ही कल्पना की है। उन्होंने नाम लिए बिना कांग्रेस पर निशाना साधते हुए कहा कि इनकी जड़ें भारत से नहीं जुड़ी है।
इसके साथ ही अमित शाह ने कांग्रेस पर पलटवार करते हुए कहा कि आपकी पार्टी ने कभी OBC प्रधानमंत्री नहीं बनाया लेकिन हमारी पार्टी ने ये काम किया है।
बिल को लेकर विपक्ष से पूछा सवाल
अमित शाह ने कहा कि समाज में महिलाओं की भागीदारी बढ़ाने और उनका सम्मान बढ़ाने के लिए हम ये बिल लेकर आए हैं। उन्होंने कहा कि मैं कुछ बातों का जवाब देना चाहूंगा। मैं किसी भी दल के खिलाफ बोलना नहीं चाहता लेकिन ये ऐसा मौका है, जब ये संदेश देने की जरूत है कि महिलाओं के आरक्षण के लिए पूरा देश एकमत है। उन्होंने कहा कि ये संविधान संशोधन पांचवीं बार पेश हुआ है, इससे पहले 4 बार पेश हुआ था लेकिन तब ऐसा क्या हुआ कि ये पास नहीं हो पाया। देवगौड़ा जी से लेकर मनमोहन सिंह जी ने प्रयास किया लेकिन ये पास नहीं हुआ, आखिर ऐसी कौन सी वजह थी। क्या मंशा अधूरी थी या कुछ लोगों ने इसे पास नहीं होने दिया?