खुशखबरी : अब हर साल बिहार में शिक्षक भर्ती परीक्षा, नवनियुक्त शिक्षकों को ACS केके पाठक की नसीहत
PATNA:-बिहार में गुरूजी बनने की चाहत रखने वाले छात्र-छात्राओं के लिए खुशखबरी है क्योंकि अब बिहार में हर साल बीपीएससी द्वारा शिक्षक भर्ती परीक्षा का आयोजन किया जाएगा.यह आयोजन हर साल अगस्त माह में होने की संभावना है. इस संबंध में बीपीएससी के अध्यक्ष अतुल प्रसाद ने कहा है कि प्रत्येक साल शिक्षा विभाग रिक्तियां भेजेगा और उसी के अनुसार आयोग हर साल परीक्षा लेगी.इसलिए बी.एड एवं सीटेट सेंटअप छात्र-छात्राओं को परेशान नहीं होना चाहिए.
आज से आवेदन कर सकते हैं अभ्यर्थी
बताते चलें कि आज से दूसरी चरण की शिक्षक भर्ती परीक्षा के लिए आवेदन किये जा सकेगें.जिन अभ्यर्थियों ने रजिस्ट्रेशन करा लिया है वे अपना आवेदन पूरा कर सकेगें.उन्हें अपनी सभी प्रमाणपत्रों की कॉपी अपलोड करनी होगी.गौरतलब है कि दूसरे चरण की शिक्षक भर्ती परीक्षा को लेकर 5 नवंबर से ही रजिस्ट्रेशन हो रहा है और 15 नवंबर तक रजिस्ट्रेशन होगा.रजिस्ट्रेशन के दौरान ही फीस जमा करनी होगी और बाद में पूरा आवेदन ऑनलाइन भरा जा सकेगा.रजिस्ट्रेशन कराने वाले अभ्यर्थी 25 नवंबर तक आवेदन भर सकते हैं.दूसरे चरण की शिक्षक भर्ती परीक्षा में सीटों की संख्या में इजाफा होने की संभावना है.अभी 6-12 क्लास के लिए 70 हजार पदों पर बहाली का विज्ञापन जारी किया गया है.इसमें 50 हजार की अतिरिक्त बढो़तरी की जाएजी,यानी सीटों की कुल संख्या 1.20 लाख तक हो सकती है.
सेंटअप छात्रों को आवेदन का मौका नहीं
इसके साथ ही आयोग ने दूसरी चरण की शिक्षक भर्ती परीक्षा में सेंटअप छात्रों को आवेदन करने का मौका नहीं दे रही है.कई अभ्यर्थियों को सोसल मीडिया के जरिए बीपीएसीस से मौका दिए जाने की अपील पर आयोग के अध्यक्ष अतुल प्रसाद ने अपनी प्रतिक्रिया दी है और किसी भी हाल में बी.एड एवं सीटेट सेंटअप छात्रों को परीक्षा के लिए आवेदन करने के लिए अयोग्य बताया है.अध्यक्ष अतुल प्रसाद ने बताया है कि हर साल अगस्त माह में शिक्षक भर्ती परीक्षा आयोजित करने की योजना है.इसलिए सेंटअप अभ्यर्थी बी.एड अथवा सीटेट पास करने के बाद अगले साल शिक्षक भर्ती परीक्षा में शामिल हो सकते हैं.
नव नियुक्त शिक्षकों को मिलेगा ग्रामीण स्कूल
वहीं पहले चरण में सफल हुए शिक्षक अभ्यर्थियों को नियुक्तिपत्र 2 नवंबर को ही मिल चुका है.11 नवंबर से उन्हें स्कूल का आवेदन होगा और अधिकांश नवनियुक्त शिक्षकों को ग्रामीण क्षेत्र के स्कूलों में प्राथमिकता के आधार पर आवंटन किया जाएगा.ग्रामीण क्षेत्र के स्कूलों में जाने से बचने वाले नवनियुक्ति शिक्षकों के लिए शिक्षा विभाग के अपर मुख्य सचिव केके पाठक ने कहा कि अगर ग्रामीण क्षेत्र में काम करना नहीं चाहते हैं तो फिर ये नियुक्ति आपके लिए बेकार है.बेगूसराय में भ्रमण के दौरान शाहपुर डायट ट्रेनिंग कॉलेज और बिशनपुर ट्रेनिंग कॉलेज पहुंचे केके पाठक ने ट्रेनिंग ले रहे बीपीएससी पास शिक्षकों को कहा कि आपको ग्रामीण क्षेत्रों में पढ़ाना है जहां आपकी पोस्टिंग की जाएगी, अगर ग्रामीण क्षेत्रों में नहीं पढ़ा सकते हैं तो यह नौकरी अभी छोड़ दें यह नौकरी आपके लिए नहीं है। केके पाठक ने शिक्षकों से पूछा कि आप लोग नियोजित वाले नहीं है परमानेंट वाले हैं. आपने अपनी प्रतिभा साबित की है गांव में रहना है और गांव में पढ़ाना है. अगर आप गांव में नहीं रह सकते हैं तो यह नौकरी आपके लिए नहीं है आप छोड़ दीजिए । पूरे राज्य में गांव वालों में काफी जोश है.वेलोग आपका इंतजार कर रहे हैं आप जाइए और पढ़ाइये। आप गांव के स्कूलों में वह पढ़ाई जो शहर के अंग्रेजी स्कूलों में नहीं होता है। 5 साल में ऐसा हो कि अच्छे बच्चे कहे कि हमको सरकारी स्कूल में पढ़ना है, जनता को आपसे बड़ी आशा है .स्कूल जाइए और मेहनत कर पढ़ाई है। इस दौरान के के पाठक ने शिक्षकों को कहा कि आपकी पोस्टिंग ना तो डीएम साहब कर रहे हैं और ना हीं हम कर रहे हैं आपको ग्रामीण क्षेत्रों में पोस्टिंग की जाएगी जो कंप्यूटर के द्वारा होगा।
सीसीटीवी की निगरानी में रेंडमाइजेशन
इसके साथ ही केके पाठक ने कहा कि स्कूलों का आवंटन सॉफ्टवेयर के जरिए किया जाएगा और इसमे किसी तरह की गड़बड़ी या भेदभाव नहीं होगा.नये शिक्षकों के स्कूल का आवंटन रेंडमाइजेशन की प्रकिया सीसीटीवी की निगरानी में किया जाएगा.हर जिले में रेंडमाइजेशन की प्रकिया तीन बार की जाएगी और तीसरी बार के रेंडमाइजेशन के अंतिम माना जाएगा.