नोटबंदी नहीं यह नोट बदली है-सुशील मोदी : 2000 नोट को लेकर आरबीआई के नये निर्देश पर सुशील मोदी बोले- काले धन पर दूसरा सर्जिकल स्ट्राइक है


Desk:पूर्व उपमुख्यमंत्री एवं राज्यसभा सदस्य सुशील कुमार मोदी ने कहा कि यह नोटबंदी नहीं बल्कि नोटबदली है। यह काले धन पर दूसरा सर्जिकल स्ट्राइक है। 2000 के नोट की छपाई 2018 से ही बंद थी तथा बाजार में कहीं प्रचलन में नहीं था। हां,इसका इस्तेमाल टेरर फंडिंग तथा काला धन के रूप में अवश्य हो रहा था। यदि अमेरिका सहित दुनिया की तमाम बड़ी अर्थव्यवस्था में 100 डालर से बड़ी मुद्रा नहीं है तो फिर भारत में इसकी क्या आवश्यकता है। इस निर्णय से सामान्य आदमी को कोई परेशानी नहीं होगी तथा देश की अर्थव्यवस्था और मजबूत होगी।
दरअसल, RBI ने 2 हजार रुपये के नोट को वापस लेने की घोषणा कर दी है। भारतीय रिजर्व बैंक ने बैंकों को सलाह दी है कि वे तत्काल प्रभाव से 2000 रुपये मूल्यवर्ग के बैंकनोट जारी करना बंद करें। हालांकि 2000 रुपये मूल्यवर्ग के बैंक नोट वैध मुद्रा बने रहेंगे। बता दें कि क्लीन नोट पॉलिसी के तहत आरबीआई ने यह फैसला लिया है। साथ ही RBI ने कहा है कि यह नोट 30 सितंबर तक कानूनी रूप से वैध रहेंगे। तब तक आम नागरिक बैंकों में जाकर अपना 2 हजार को नोट बदल सकते हैं।
आरबीआई ने 2 हजार का नोट नवंबर 2016 में मार्केट में आया था। तब प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 500 और 1000 के नोट बंद कर दिए थे। इसकी जगह नए पैटर्न में 500 का नया नोट और 2000 का नोट जारी किया था। RBI ने 2019 से 2 हजार के नोटों की छपाई बंद कर दी है। RBI ने बैंकों को 23 मई से 30 सितंबर तक 2000 के नोट लेकर बदलने के निर्देश दिए हैं। RBI ने बताया है कि एक बार में अधिकतम 20 हजार रुपए कीमत के नोट ही बदले जाएंगे। साथ ही बताया गया है कि कोई भी बैंक 2 हजार का नोट जारी नहीं करेंगे।