पुलिस को मिली बड़ी सफलता : भाकपा माओवादी संगठन के 5 नक्सलियों ने डाले हथियार, CRPF IG और अभियान आईजी ने सभी का किया स्वागत
रांची : बड़ी खबर राजधानी रांची से जहां 30 वर्षों से भाकपा माओवादी संगठन का गढ़ माने जाने वाले कौलेश्वरी सब जोन का सफाया हो चुका है. झारखंड में सुरक्षा बलों को लगातार कामयाबी मिल रही है. सुरक्षा बलों की कार्रवाई से अब झारखंड से नक्सली कमजोर पड़ रहा है. इसी कड़ी में आज एक साथ 5 बड़े माओवादियों ने सुरक्षा बलों के समक्ष आत्मसमर्पण कर दिया है. CRPF IG और अभियान आईजी ने सभी 5 नक्सलियों का माला पहना कर स्वागत किया है. झारखंड सरकार की आत्मसमर्पण एवं पुनर्वास नीति के तहत झारखंड पुलिस निरंतर प्रयास कर रही है.
अभियान आईजी अमोल होमकर के बताया कि आज का दिन ऐतिहासिक है. झारखंड को लाल आतंक के खौफ के खात्मे को लेकर लगातार कार्रवाई कर रही है. चतरा, लातेहार एवं बिहार के गया के माओवादियों के गढ़ में लगातार सुरक्षा बल कार्रवाई कर रहे हैं. इस क्षेत्र में लगभग माओवादी खात्मे की ओर है. अभियान के डर से पांच माओवादी ने एक साथ सरेंडर कर दिया है. उन्होंने बताया कि नए वर्ष में चार माह में चार से अधिक मुठभेड़ हुई. इस मुठभेड़ में सैक सदस्य समेत जोनल कमांडर को मार गिराया है. साथ ही रीजनल कमांडर इंदल गंझू ने आत्मसमर्पण किया और अब पांच नक्सली में 10 लाख से लेकर 05 लाख तक के इनाम है. इनके आत्मसमर्पण से माओवादी की कमर टूट गयी है.
उन्होंने बताया कि आत्मसमर्पण के बाद इनके निशानदेही पर भारी मात्रा में हथियार,गोली और नक्सली उपयोग में आने वाले सामान बरामद किया गया है.
अमरजीत यादव पर झारखंड और बिहार के विभिन्न थाना में 81 से अधिक मामले दर्ज है. सहदेव यादव पर 53 मामले गया,औरंगाबाद बिहार और चतरा झारखंड में दर्ज है. नीरू यादव पर 60,संतोष भुइयां27,अशोक बैगा02 मामले दर्ज है. इनके आत्मसमर्पण के बाद गया,औरंगाबाद और चतरा में नक्सलवाद का खात्मा हो चुका है.
बता दें कि आत्मसमर्पण करने वाले पांचों दुर्दांत नक्सलियों के विरुद्ध कुल 223 मामले झारखंड बिहार के विभिन्न जिलों के विभिन्न थानों में दर्ज हैं.