ELECTION POLITICS: महाबैठक आज : लोकसभा चुनाव का एजेंडा सेट करेंगे विपक्षी नेता,नीतीश कुमार को मिल सकती है अहम जिम्मेवारी

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Nitish may get a big responsibility in the general meeting of opposition leaders Nitish may get a big responsibility in the general meeting of opposition leaders

patna:- 2024 को लोकसभा चुनाव में केन्द्र की मोदी सरकार को हराने के लिए विपक्षी दलों की महाबैठक पटना में अब से कुछ देर में होने जा रही है.इस बैठक को जेपी यानी जयप्रकाश नारायण के संपूर्ण क्रांति से जोड़ कर देखा जा रहा है.हलांकि संपूर्ण क्रांति में तत्कालीन इंदिरा गांधी की सरकार के खिलाफ आऩ्दोलन की शुरूआत जेपी ने की थी पर इस महाबैठक का मकसद आन्दोलन नहीं,बाल्कि केन्द्र की मोदी सरकार को लोकसभा चुनाव में हराना है.


नीतीश की पहल में लालू यादव का समर्थन

यह बड़ी बैठक बिहार के सीएम नीतीश की पहल पर हो रही है और उनके इस पहल में परोक्ष रूप से आरजेडी सुप्रीमो लालू यादव भी धुरी बने हुए हैं क्योंकि लालू प्रसाद यादव की राजनीति बीजेपी के खिलाफत करने वाली रही है.अभियान की शुरूआत के लिए लालू यादव ने ही नीतीश कुमार को कांग्रेस की पूर्व अध्यक्ष सोनिया गांधी से मिलवाया था और उन्हें विश्वास दिलाया था कि बीजेपी को अगर 2024 के लोकसभा चुनाव में हराना है तो नीतीश की पहल का सभी विपक्षी दलों को समर्थन करना चाहिए.कांग्रेस के हामी भरने के बाद नीतीश कुमार अलग अलग राज्यों के क्षत्रपों से मिलकर सभी विपक्षी दलों को एक मंच पर लाने की योजना पर चर्चा की और आज सभी 18 विपक्षी दलों के शीर्ष नेता पटना में एक साथ बैठक कर रहे हैं.


ममता और अरविंद केजरीवाल गुरूवार को पहुंचे

इस बैठक में शामिल होने के लिए जम्मू-कश्मीर की पूर्व मुख्यमंत्री महबूबा मुफ्ती,पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी,दिल्ली के सीएम अरविन्द केजरीवाल,पंजाब के मुख्यमंत्री भगवंत मान,सीपीआई के महासचिव डी.राजा गुरूवार को ही पटना पहुंच चुकें हैं.ममता बनर्जी पटना एयरपोर्ट से सीधे राबड़ी आवास पहुंची और वहां लालू यादव के साथ मुलाकात कर उनका कुशल क्षेम पूछा,वहीं सीएम नीतीश कुमार और डिप्टी सीएम तेजस्वी यादव बाहर से आये सभी नेताओं से गेस्ट हाउस जाकर मुलाकात की.मुलाकात के बाद नीतीश कुमार ने कहा था कि ये लोग दूसरे राज्यों से उनके यहां अतिथि बनकर आये हैं .इसलिए वे लोग मुलाकात करके उनका स्वागत किया है.शुक्रवार को मीटिंग में बातचीत होगी.

राहुल गांधी समेत बाकी नेता आज आने वालें हैं

वहीं इस बैठक में शामिल होने के लिए कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे,पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी,जम्मू-कश्मीर के पूर्व मुख्यमंत्री फारूख अब्दुल्ला,झारखंड के मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन,तमिलनाडु के सीएम एम.के स्टालिन, एनसीपी चीफ और पूर्व केन्द्रीय मंत्री शरद पवार,महाराष्ट्र के पूर्व सीएम उद्धव ठाकरे,यूपी के सीएम अखिलेश यादव भी पटना पहुंचने वालें हैं और 11 बजे के बाद इन नेताओं की महाबैठक शुरू होगी.

पीएम पद पर चर्चा नहीं,संयोजक का चुनाव संभव

इस बैठक का एकमात्र एजेंडा 2024 के लोकसभा चुनाव में मोदी सरकार को हराकर विपक्षी दलों की सरकार बनाना है.संभव है कि इस बैठक में विपक्षी दलों के नेताओं में से किसी एक को संयोजक चुना जा सकता है,पर पीएम पद को लेकर चर्चा नहीं होगी और चुनाव में सफलता मिलने पर पीएम के चुनाव करने की बात एक सुर मे कही जाएगी.वहीं अरविंद केजरीवाल सुप्रीम कोर्ट से दिल्ली सरकार को मिले पावर को अध्यादेश के जरिए मोदी सरकार द्वारा खत्म किये जाने के मुद्दे पर सभी दलों से सहयोग की मांग सकतें हैं,पर अरविंद केजरीवाल इस मुद्दे पर ज्यादा दवाब डालतें हैं तो बैठक में असहजता की स्थिति उत्पन्न हो सकती है क्योंकि कांग्रेस इस मुद्दे पर अभी अरविंद केजरीवाल को पूरी तरह से समर्थन देने का मन नहीं बनाया है. वहीं इस बैठक में बीजेपी के एक प्रत्याशी के खिलाफ विपक्षी दलों के एक प्रत्याशी को योजना पर चर्चा होगी.विपक्षी दलों का नेतृत्व एक दल या एक नेता के करने के बजाय जिस राज्य में जिस दल का प्रभाव ज्यादा होगा..वहां वह दल महागठबंधन का नेतृत्व करेगा और बाकी दल सहयोग करेंगे,यानी जहां बीजेपी की सीधी टक्कर कांग्रेस है वहां कांग्रेस ही लीड करेगी और बाकी जगह जहां जो क्षेत्रीय दल सत्ता में हैं या बीजपी से सीधा मुकाबला में है वहां वही क्षेत्रीय पार्टी लीड करेगी,और कांग्रेस एवं अन्य पार्टी के नेता सहयोग करेंगे.

कई विपक्षी नेताओं ने महाबैठक से बनाई दूरी

वहीं इस बैठक से कई विपक्षी दलों ने दूरी भी बनाई है.इसमें यूपी की पूर्व सीएम मायावती,आध्र प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री चंद्रबाबू नायडू,उड़ीसा के मुख्यमंत्री नवीन पटनायक,आंध्र प्रदेश के मुख्यमंत्री जगनमोहन रेड्डी, तेलंगाना के सीएम चन्द्रशेखर राव समेत अन्य नेता हैं.चुनाव बाद इन नेताओं का रूख भी देश की राजनीति के लिए काफी मायने रखने वाला होगा.


बैठक को बीजेपी ने बताया भ्रष्टाचारियों का जमावड़ा

वहीं बेजेपी इस महाबैठक से कहीं न कहीं परेशान दिख रही है.इसका अंदाजा इस बात से लगाया जा सकता है कि जिस बीजेपी के नेता पहले कहा करते थे कि 2024 में पीएम पद की वैकेंसी नहीं है..वहीं बीजेपी के नेता अब विपक्षी दलों से पूछ रहे कि आपके गठबंधन का पीएम पद का प्रत्याशी कौन है.इसके साथ ही इस बैठक को भ्रष्टाचारियों का जमावड़ा जैसे उपनाम से संबोधित कर रहें हैं.