बिहार में जातीय गणना की आर्थिक रिपोर्ट : सरकारी नौकरी में सबसे अधिक कायस्थ, आंकड़ा देख हो जाएंगे हैरान, यहां देखें जातिवार आंकड़ा

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Most of the people of this caste are employed in government jobs in Bihar. Most of the people of this caste are employed in government jobs in Bihar.

Bihar assembly winter session :बिहार विधानमंडल के शीतकालीन सत्र का आज दूसरा दिन है। बिहार विधानसभा की कार्यवाही शुरू होते ही हंगामा होने लगा। इसके बाद फिर 12 बजे सदन की कार्यवाही शुरू हुई है। इस बीच विधायकों को जातीय गणना की कॉपी बांटी गयी है, जिसके मुताबिक सरकारी नौकरी में शामिल जातियों का आंकड़ा बताया गया है।


बिहार में जातीय गणना की आर्थिक रिपोर्ट

बिहार में सरकारी नौकरी में सबसे अधिक संख्या कायस्थ की है। प्रदेश में कायस्थ जाति के 6.68 फीसदी लोग सरकारी नौकरी कर रहे हैं। इसके बाद भूमिहारों की संख्या दूसरे नंबर पर है। बिहार में भूमिहार जाति के 4.99 फीसदी लोग गवर्नमेंट जॉब कर रहे हैं।


तीसरे और चौथे स्थान पर इनका है नंबर

वहीं, राजपूतों की बात करें तो 3.81 फीसदी लोग सरकारी नौकरी कर रहे हैं। चौथे नंबर पर ब्राह्मण हैं। 3.60 फीसदी ब्राह्मण गवर्नमेंट नौकरी कर रहे हैं। वहीं, कुर्मी जाति के 3.11 फीसदी, कुशवाहा के 2.04 फीसदी, यादव जाति के 1.55 फीसदी, बनिया - 1.96 फीसदी लोग सरकारी नौकरी कर रहे हैं।

वहीं, दुसाध जाति के 1.44 फीसदी, शेख 0.79 फीसदी, पठान (खान) 1.07 फीसदी और सैयर के 2.43 फीसदी लोग गवर्नमेंट जॉब कर रहे हैं।


अत्यंत पिछड़ी जातियों में सरकारी नौकरी की स्थिति

  • तेली : 53 हजार 56 यानी 1.44 फीसदी
  • मल्लाह : 14 हजार 100, 0.41 फीसदी
  • कानू : 34 हजार 404, 1.19 फीसदी
  • धानुक : 33 हजार 337, 1.19 फीसदी
  • नोनिया : 14 हजार 226, 0.57 फीसदी
  • चंद्रवंशी : 31 हजार 200, 1.45 फीसदी

नाई : 28 हजार 756, 1.38 फीसदी

बढ़ई : 20 हजार 279, 1.07 फीसदी

हलवाई : 9 हजार 574, 1.20 फीसदी

अनुसूचित जाति में सरकारी नौकरी की स्थिति

  • दुसाध : 99 हजार 230, 1.44 फीसदी
  • चमार : 82 हजार 290, 1.20 फीसदी
  • मुसहर : 10 हजार 615, 0.26 फीसदी
  • पासी : 25 हजार 754, 2 फीसदी
  • धोबी : 34 हजार 372, 3.14 फीसदी
  • डोम : 3 हजार 274, 1.24 फीसदी
  • कुल 2 लाख 91 हजार 4 लोग, 1.13 फीसदी लोग सरकारी नौकरी कर रहे हैं।

अनुसूचित जनजाति में सरकारी नौकरी की स्थिति

  • संथाल : 5 हजार 519, 0.96 फीसदी
  • गोंड : 8 हजार 401, 1.59 फीसदी
  • उरांव : 2 हजार 120, 1.06 फीसदी
  • थारू : 3 हजार 128, 1.63 फीसदी
  • कुल मिलाकर 30 हजार 164, 1.37 फीसदी लोग सरकारी नौकरी में

पिछड़ा वर्ग में सरकारी नौकरी की स्थिति

  • यादव : 2 लाख 89 हजार 538, 1.55 फीसदी
  • कुशवाहा : 1 लाख 12 हजार 106, 2.04 फीसदी
  • कुर्मी : 1 लाख 17 हजार 171, 3.11 फीसदी
  • बनिया : 59 हजार 286, 1.96 फीसदी
  • सुरजापुरी मुस्लिम : 15 हजार 359, 0.63 फीसदी
  • भांट : 5 हजार 114, 4.21 फीसदी
  • मलिक मुस्लिम : 1 हजार 552, 1.39 फीसदी

कुल पिछड़ी जातियों में 6 लाख 21 हजार 481, 1.75 फीसदी लोग सरकारी नौकरी कर रहे हैं।

अत्यंत पिछड़ी जातियों में सरकारी नौकरी की स्थिति

  • तेली : 53 हजार 56, 1.44 फीसदी
  • मल्लाह : 14 हजार 100, 0.41 फीसदी
  • कानू : 34 हजार 404, 1.19 फीसदी
  • धानुक : 33 हजार 337, 1.19 फीसदी
  • नोनिया : 14 हजार 226, 0.57 फीसदी
  • चंद्रवंशी : 31 हजार 200, 1.45 फीसदी
  • नाई : 28 हजार 756, 1.38 फीसदी
  • बढ़ई : 20 हजार 279, 1.07 फीसदी
  • हलवाई : 9 हजार 574, 1.20 फीसदी

अनुसूचित जाति में सरकारी नौकरी की स्थिति

  • दुसाध : 99 हजार 230, 1.44 फीसदी
  • चमार : 82 हजार 290, 1.20 फीसदी
  • मुसहर : 10 हजार 615, 0.26 फीसदी
  • पासी : 25 हजार 754, 2 फीसदी
  • धोबी : 34 हजार 372, 3.14 फीसदी
  • डोम : 3 हजार 274, 1.24 फीसदी
  • कुल 2 लाख 91 हजार 4 लोग, 1.13 फीसदी लोग सरकारी नौकरी कर रहे हैं।

अनुसूचित जनजाति में सरकारी नौकरी की स्थिति

  • संथाल : 5 हजार 519, 0.96 फीसदी
  • गोंड : 8 हजार 401, 1.59 फीसदी
  • उरांव : 2 हजार 120, 1.06 फीसदी
  • थारू : 3 हजार 128, 1.63 फीसदी