केन्द्र सरकार पर कांग्रेस का हमला : नोटबन्दी पर मोदी का यूटर्न कर्नाटक चुनाव के बाद की सद्बुद्धि: राजेश राठौड़


Desk:केंद्र सरकार ने जब नोटबन्दी का फैसला लिया था और 2000 के बड़े नोटों को लायी थी तब से हमारे नेता राहुल गांधी इसे भारतीय अर्थव्यवस्था पर आत्मघाती कदम बताया था और आज रिजर्व बैंक के मार्फ़त जब 2000 के नोटों पर पाबंदी का फैसला केंद्र सरकार ने लिया है तो यह साबित करता है कि नरेंद्र मोदी का नोटबन्दी का फैसला पूरी तरीके से गलत था। ये बातें बिहार कांग्रेस के मीडिया विभाग के चेयरमैन राजेश राठौड़ ने कही।
उन्होंने कहा कि कांग्रेस पार्टी और हमारे नेता राहुल गांधी बार-बार 2000 के नोटों को चलन में लाना काला धन जमाखोरों के लिए वरदान बताकर केंद्र सरकार के फैसले का विरोध किया लेकिन वर्तमान सरकार ने अपने तत्कालीन गलाघोंटू फैसले को जनहित और राष्ट्रहित में बताकर जबरन लागू किया और देश में न जाने कितने लोगों को नोट बदलने के लिए लाइन में लगवाकर हत्या कर दी। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी लगातार ऐसे उलूल जुलूल फैसले लेते रहें जिससे देश के लोगों का ही नुकसान हुआ और हर बार उन्होंने अपने बेतुके फैसले को आतंकवाद और भ्रष्टाचार के खिलाफ जंग की तरह पेश किया लेकिन आज उनका यूटर्न लेना साबित करता है कि उनके फैसले अदूरगामी है और देश के लिए आत्मघाती है।
प्रदेश कांग्रेस के मीडिया विभाग के चेयरमैन राजेश राठौड़ ने चुटकी लेते हुए कहा कि कर्नाटक के चुनावों में जनता के द्वारा मिली करारी हार से तिलमिलाए प्रधानमंत्री ने यह फैसला लेकर आम लोगों को फजीहत में डालने का तानाशाही काम किया है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को देश की जनता के समक्ष आकर माफी मांगनी चाहिए और जिन परिवारों के लोग इस नोटबन्दी के कारण मौत के आगोश में गए उनसे सार्वजनिक माफी मांगनी चाहिए। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी को यह स्वीकार करना होगा कि उन्होंने नोटबन्दी का फैसला लेकर पूरी तरीके से फिजूल काम किया था।