मकर संक्रांति : देवघर में बाबा बैद्यनाथ को चढ़ा तिल, चूड़ा और दही, मंदिर प्रबंधन ने सफाईकर्मी और भंडारी के बीच बांटा कंबल
देवघर : मकर संक्रांति के अवसर पर देवघर स्थित पवित्र द्वादश ज्योतिर्लिंग के जलार्पण के लिए बाबा मंदिर में सुबह से ही श्रद्धालुओं की काफी भीड़ रही. इस दिन बाबा बैद्यनाथ के जलार्पण और पूजा अर्चना के साथ तिल और दही-चूड़ा चढ़ाने की अति प्राचीन परंपरा रही है.
ऐसी मान्यता है कि मकर संक्रांति के अवसर पर कामना लिंग को तिल और दही-चूड़ा का भोग लगाने से भक्त की सभी मनोकामनाएं पूरी होती है. देश-विदेश से श्रद्धालु आज के दिन बाबा की विशेष पूजा-अर्चना करने देवघर पहुंचते हैं. पौराणिक मान्यताओं के अनुसार आज के दिन नई फसल से तैयार चूड़ा बाबा को अर्पित कर साल भर के लिए मंगल कामना की जाती है.
मंदिर प्रबंधन द्वारा सफाईकर्मी और भंडारी के बीच कंबल का हुआ वितरण
मकर संक्रांति के अवसर पर दान पुण्य भी की जाती है. देवघर में सोमवार को कपकपाती ठंड के बीच मंदिर में कार्यरत सफाईकर्मी और भंडारी के बीच कंबल का वितरण किया गया. मंदिर के मुख्य प्रबंधक रमेश परिहस्त के द्वारा लगभग 300 लोगों के बीच कंबल का वितरण किया गया. मंदिर प्रशासनिक भवन के नीचे सभी को कंबल दिया गया.
भीड़ को देखते हुए उपायुक्त ने किया निरीक्षण
खरमास में साल का पहला दिन के अलावा मकर संक्रांति के दिन बाबा मंदिर में अत्यधिक भीड़ उमड़ती है. इसको देखते हुए पूरे रूट लाइन में दंडाधिकारी और पुलिस बल की प्रतिनियुक्ति की गई थी. अहले सुबह से ही जिला के उपायुक्त विशाल सागर द्वारा मंदिर सहित पूरे रुट लाइन का निरीक्षण किया गया. इस मौके पर उपायुक्त ने सभी को मकर संक्रांति की बधाई दी है.