किशनगंज में भारी बारिश के बाद जनजीवन अस्त-व्यस्त : महानंदा के जलस्तर में वृद्धि, कटाव से दहशत में ग्रामीण


NEWS DESK :किशनगंज में लगातार हो रही मूसलाधार बारिश की वजह से जनजीवन पूरी तरह अस्त-व्यस्त हो चुका है। सोमवार की देर रात से ही जिले के सातों प्रखंडों में तेज बारिश हो रही है, जिसकी वजह से लोग घरों में रहने को मजबूर हो गए है। जिले में 140 मिली मीटर वर्षा रिकॉर्ड की गई है। बारिश की वजह से सड़कों पर जलजमाव की स्थिति उत्पन्न हो गई है ।
किशनगंज में भारी बारिश
शहरी क्षेत्र के निचले इलाकों में सड़कों पर जलजमाव से लोग परेशान है। नगर परिषद द्वारा बरसात पूर्व ही नाला सफाई करवाया गया था। बावजूद इसके सड़कों पर जलजमाव हो गया है, जिससे समझा जा सकता है कि किस तरह से सफाई करवाई गई थी।
जिले के टेढ़ागाछ, बहादुरगंज, कोचाधामन, ठाकुरगंज, पोठिया में लगातार बारिश होने की वजह से मंगलवार को लोग घरों में ही रहने को मजबूर हैं। वहीं, नदियों में बारिश के बाद जलस्तर में बढ़ोतरी की आशंका से ग्रामीण सहमे हुए है। ग्रामीणों में कटाव को लेकर दहशत का माहौल देखा जा रहा है ।
कटाव से ग्रामीणों में दहशत
वहीं, कोचाधामन प्रखंड में महानंदा नदी के जलस्तर में हुई बढ़ोतरी के कारण बगलबाड़ी के बस्ता कोला में कटाव हो रहा है, जिससे ग्रामीणों में दहशत का माहौल बना हुआ है। यहां लगातार कटाव निरोधी कार्य करवाया जा रहा है लेकिन ग्रामीणों की मांग है कि बोल्डर पिचिंग का कार्य करवाया जाना चाहिए, जिससे गांव पूरी तरह सुरक्षित रहे।
वहीं, बहादुरगंज विधायक अंजार नईमी से जब कटाव निरोधी कार्य को लेकर सवाल किया गया तो उन्होंने कहा की प्राथमिकता के आधार पर कटाव प्रभावित क्षेत्रों में कटाव निरोधी कार्य करवाया गया है और जहां अवश्यकता पड़ेगी करवाया जाएगा। वहीं, जिला पदाधिकारी श्रीकांत शास्त्री ने कहा कि संभावित बाढ़ को लेकर तैयारी पूरी की जा चुकी है ।
चुनौती के निपटने के लिए विभाग तैयार
उन्होंने कहा कि आश्रय स्थल को चिह्नित किया गया है। उन्होंने कहा कि कटाव प्रभावित क्षेत्रों में काम करवाया गया है और इस साल किसी तरह की समस्या उत्पन्न होने की संभावना नहीं है। डीएम श्रीकांत शास्त्री ने कहा कि किसी भी तरह की चुनौती से निपटने के लिए विभाग पूरी तरह तैयार है।