Land for Job Case : लैंड फॉर जॉब मामले में लालू परिवार की पेशी कल, दिल्ली की अदालत में होंगे हाजिर
Land for Job Case : लैंड फॉर जॉब केस यानी रेलवे में जमीन के बदले नौकरी देने के मामले में लालू परिवार की मुश्किल बढ़ सकती है। जी हां, इस मामले में आरजेडी सुप्रीमो लालू प्रसाद, बिहार के डिप्टी सीएम तेजस्वी यादव और पूर्व मुख्यमंत्री राबड़ी देवी समेत 17 आरोपियों की कल यानी बुधवार को कोर्ट में पेशी है।
मुश्किल में लालू परिवार!
बताया जा रहा है कि लालू फैमिली इस मामले में कोर्ट में हाजिर हो सकती है। गौरतलब है कि सीबीआई ने 3 जुलाई को नई चार्जशीट दायर की थी, जिसमें डिप्टी सीएम तेजस्वी यादव को भी आरोपी बनाया गया था। इससे पहले तेजस्वी यादव का नाम इस केस में नहीं था। आरजेडी सुप्रीमो लालू प्रसाद, बेटी मीसा भारती समेत अन्य का नाम पहले ही चार्जशीट में आ गया था। इन्होंने अभी बेल ले रखी थी।
विधि विशेषज्ञों की माने तो अगर कोर्ट तेजस्वी यादव के खिलाफ दायर आरोप-पत्र पर एक्शन लेता है तो उन्हें तुरंत बेल लेनी होगी, नहीं तो फिर उनके जेल जाने की नौबत भी आ सकती है।
जानिए क्या है लैंड फॉर जॉब घोटाला
साल 2004 से 2009 के बीच लालू प्रसाद के रेलमंत्री रहते हुए लैंड फॉर जॉब स्कैम हुआ था। लालू और उनके परिवार वालों पर रेलवे में नौकरी दिलाने के बदले जमीन लेने का आरोप है। इस मामले में CBI ने मई 2022 में लालू और उनके परिवार के सदस्यों पर भ्रष्टाचार का केस दर्ज किया था।
कितने लोगों से ली गई जमीन
रेल मंत्री रहते हुए उन्होंने लोगों को रेलवे में फोर्थ ग्रेड की नौकरी दी। इसके बदले में लोगों ने अपनी जमीन दे दी। सूत्रों के मुताबिक पटना में तीन सेल डीड राबड़ी देवी के नाम है। दो डीड फरवरी 2008 की है, जिसमें 3375-3375 वर्ग फीट के 2 प्लॉट हैं। तीसरी सेल डीड 2015 की है, जिसमें 1360 वर्ग फीट का एक प्लॉट है। इसके अलावा पटना में ही 2007 की एक सेल डीड लालू की बेटी मीसा भारती के नाम है, जिसमें उन्हें 80,905 वर्गफीट का प्लॉट दिया गया।
जानिए कैसे खुला पूरा मामला
साल 2009 में इस मामले को लेकर संसद में हंगामा मचा था। उस वक्त रेल मंत्री ममता बनर्जी ने इस मामले में CBI जांच की बात कही थी। तब लालू यादव ने कहा था कि उन्हें इसकी कोई जानकारी नहीं। उन्होंने केवल अपना काम ईमानदारी से किया है। इसके अलावा वे कुछ नहीं जानते हैं।