किशनगंज को नीतीश सरकार की बड़ी सौगात : जिले के 70 स्कूलों को बनाया मॉडल स्कूल, लोगों में जबरदस्त उत्साह
किशनगंज : किशनगंज जिले को शिक्षा के क्षेत्र में फिर नई सौगात मिली है। जिले में मॉडल स्कूलों की संख्या बढ़ कर 35 से बढ़कर 70 हो गई है। जिले के सभी प्रखंडों को सौगात दी गई है। जिससे शिक्षा प्रेमियों में जबरदस्त उत्साह का माहौल है। सबसे पहले कोचाधामन के मोहरमारी और गड़गांव, दिघलबैंक के धानगढ़ा और ठाकुरगंज के बैरागीझाड़ मिडिल स्कूल ने ये ट्रेंड सेट किया था। जिसे शिक्षा विभाग ने अडॉप्ट किया और अब पूरे बिहार के लिए ये मॉडल नजीर बन गई है। शिक्षा के मामले में देश के सबसे फिसड्डी जिला में शिक्षा विभाग के इस अभिनव प्रयोग ने नई मिसाल पेश की है। जो आने वाले दिनों में पूरे देश को आइना दिखाएगा।
जिले के सरकारी स्कूलों को नया मुकाम दिलाने के लिए जिला मुख्यालय के गर्ल्स हाईस्कूल में शिक्षा विभाग की विशेष बैठक हुई। इस मौके पर शिक्षा अधिकारी सुभाष गुप्ता ने फेज वन में शामिल सभी स्कूलों पर प्रजेंटेशन दिया। जिससे प्रभावित होकर डीएम श्रीकांत शास्त्री ने 35 नए स्कूलों को अपग्रेड करने के प्रस्ताव को हरी झंडी दे दी है। इस मौके पर डीपीओ शौकत आलम, बीआरपी यशविंदर सिंह और सीके भारती मौजूद थे।
किशनगंज के सभी प्रखंडों के मॉडल स्कूल फेज- 1 और 2 में शामिल स्कूलों के हेडमास्टर की मौजूदगी में डीएम श्रीकांत शास्त्री ने इस नई उपलब्धि की घोषणा की है। जिससे मौके पर मौजूद सभी के चेहरे पर मुस्कान सज गई। इस फेज में शामिल स्कूलों में किशनगंज के अपग्रेड मिडिल स्कूल फुलबाड़ी, चकलाघाट, गाछपाड़ा, सालकी, मोतिहारा, ठाकुरगंज से बालुबाड़ी, गलगलिया, बैरागीझाड़, खारुदाह, भोगडाबर, रुईधांसा, कादोगांव, वहीं पोठिया के दलुआहाट, मिर्जापुर, रायपुर, मरिया और बहादुरगंज के पलासमनी, मंडल टोला डोहर, चंद्रवाराहाट, बिलासी, महसनगांव, दिघलबैंक के धानगढ़ा, तुलसिया, धनतोला, डोरिया, लक्ष्मीपुर बुर्ज टोला, मिरधाडांगी, जबकि कोचाधामन के अंधासुर, बिनशपुर, सोन्था, धनपतगंज, गर्ल्स हाईस्कूल सोंथा, टेढ़ागाछ के आदिवासी टोला भोरहा, झुनकी मुसहरा, हवाकौल गम्हरिया, कुंवारी, सुहिया रमहतपुर को चिन्हित किया गया है।
वहीँ जिला शिक्षा पदाधिकारी सुभाष गुप्ता के मुताबिक चयनित स्कूलों को मॉडल विद्यालय का दर्जा मिलने के बाद 90 फीसदी उपस्थिति अनिवार्य कर दिया जाता है। छात्रों के प्रदर्शन को स्कूल के नोटिस बोर्ड पर प्राइवेट स्कूल की तर्ज पर डिस्पले किया जाता है। ऐसे स्कूलों का अपना डेली रुटीन से लेकर वार्षिक कैलेंडर होता है। बाल कक्षा से लेकर उन्न्यन कक्ष के अलावा स्कूलों को सभी तरह की बुनियादी सुविधाएं दी जाती हैं। जहां के दर व दीवार देखर कर भी बच्चे कुछ सीख सकते हैं। स्कूल में बाल संसद और विद्यालय शिक्षा समिति का गठन किया जाता है। अभिभावक के साथ मीटिंग और कम्यूनिटी मोबिलाइजेशन अभियान भी चलाया जाता है। डीईओ ने स्पष्ट किया है कि सभी चयनित स्कूलों को निश्चित समय सीमा पर सभी आवश्यक शर्तों का अनुपालन करना होगा। उनके मुताबिक आने वाले दिनों में फिर नए स्कूलों को जोड़ा जाएगा। #modelschool #kishanganj #bihar #upsc #bpsc #ctet #btet