Bihar News : CM नीतीश ने रमेश चंद्र मिश्र के निधन पर जताया दुख, कहा : औद्योगिक और शिक्षा जगत को हुई अपूरणीय क्षति
![CM Nitish expressed grief over the demise of Ramesh Chandra Mishra](https://cms.kashishnews.com/Media/2024/July/04-Jul/CoverImage/COimg9d458eb3c0174757bcd05813f2fae9fa34.jpg)
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PATNA : बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने प्रसिद्ध उद्योगपति एवं विद्या विहार शिक्षण संस्थान, पूर्णिया के संस्थापक रमेश चंद्र मिश्र के निधन पर गहरी शोक संवेदना व्यक्त की है।
सीएम नीतीश ने जताया दुख
मुख्यमंत्री ने अपने शोक संदेश में कहा कि स्व. रमेश चंद्र मिश्र एक उद्योगपति के साथ-साथ शैक्षणिक कार्यों में गहरी अभिरूचि रखते थे। विद्या विहार शिक्षण संस्थान, पूर्णिया की उन्होंने स्थापना की, जो राज्य के प्रमुख विद्यालय में से एक है। उनके निधन से सामाजिक, औद्योगिक एवं शिक्षा जगत को अपूरणीय क्षति हुई है।
मुख्यमंत्री ने दिवंगत आत्मा की चिर शांति तथा उनके परिजनों को दुःख की इस घड़ी में धैर्य धारण करने की शक्ति प्रदान करने की ईश्वर से प्रार्थना की है।
जानिए हैं कौन
विद्या विहार शिक्षण संस्थान, पूर्णिया के संस्थापक रमेश चंद्र मिश्र का निधन पूर्णिया प्रमंडल के लिए अपूरणीय क्षति है। वे ख्यातिप्राप्त विद्या विहार आवासीय विद्यालय के सचिव थे। वे विश्व प्रसिद्ध नेतरहाट विद्यालय के छात्र थे और बिहार के पूर्व राज्यपाल डॉ. एआर किदवई के कहने पर अपने नेतरहाट विद्यालय के सहपाठियों के साथ मिलकर विद्या विहार आवासीय विद्यालय की कल्पना करते हुए एक उद्यमी के रूप में 1995 में विधालय की स्थापना की।
उनके प्रयासों के बल पर ही नेतरहाट विद्यालय के अवकाश प्राप्त प्रिंसिपल, विश्वविख्यात शिक्षक और केरल राज्य के निवासी स्वर्गीय केएन वासुदेवन (श्रीमान जी) की सेवाएं विद्या विहार आवासीय विद्यालय को वर्षों तक मिली और श्रीमान जी से पूर्णिया प्रमंडल के हजारों विद्यार्थियों को लाभान्वित होने का सुअवसर मिला। उन्होंने विहार आवासीय विद्यालय के बाद 2009 में विद्या विहार इंस्टीट्यूट ऑफ टेक्नोलॉजी की स्थापना की। उनके अतुलनीय योगदान से पूर्णिया शहर में विद्या विहार ग्रुप ऑफ इंस्टीट्यूशंस संचालित है, जहां विद्या विहार आवासीय विद्यालय, विद्या विहार इंस्टीट्यूट ऑफ टेक्नोलॉजी के अलावा विद्या विहार कैरियर प्लस, बीबीए एवं बीसीए कॉलेजों की बहुमूल्य उपलब्धता है।
उनके और उनकी श्रेष्ठ टीम के विशेष प्रयास से ही "सब हिमालयन रिसर्च इंस्टीट्यूट" की परिकल्पना पूर्णिया शहर में साकार हो सकी। उनके सम्पर्क सूत्रों के सौजन्य से पूर्णिया में "द इंडियन नेशनल ट्रस्ट फ़ोर आर्ट एंड कल्चर हैरिटेज" का पूर्णिया चैप्टर संचालित है। वे बिहार सरकार के ड्रीम प्रोजेक्ट - सिमुलतला आवासीय विद्यालय की स्थापना के लिए एक प्रमुख थिंक-टैंक थे। वे मानवीय दृष्टिकोण, उदारता, सादगी एवं सरलता से ओत-प्रोत इंसान थे। वे उच्च कोटि के उद्यमी थे और उद्यमिता आधारित प्रतिभाएं उनमें कूट-कूट कर भरी हुई थी। उनके सौजन्य से पूर्णिया के कम-से-कम एक हजार लोगों को रोजगार प्राप्त है।
वे सभी प्रकार के श्रेष्ठ समाजिक कार्यों में सदैव रुचि लेते थे। पीएम पैकेज बिहार 15 का हिस्सा पूर्णिया एयरपोर्ट की शुरुआत के लिए प्रयासरत एयरपोर्ट 4 पूर्णिया ग्रुप के सदस्य भी थे। उनके दोनों लड़के राजेश जी और ब्रजेश जी श्रेष्ठताओं, उच्च संस्कारों एवं मानवीय मूल्यों से ओत-प्रोत युवा हैं।