बहु चर्चित अमन सिंह हत्याकांड : सीआईडी ने आशीष रंजन को मुख्य साजिशकर्ता बताते हुए तीन के खिलाफ दायर किया आरोप पत्र..


धनबाद:-3दिसंबर को धनबाद जेल में गैंगस्टर अमन सिंह की गोली मारकर हत्या कर दी गई थी. इस घटना के बाद धनबाद से लेकर रांची तक का प्रशासन हिल गया था. कई स्तर पर इस घटना की जांच हुई. फिर पूरे मामले को सीआईडी ने टेकओवर कर लिया. सीआईडी ने सनसनीखेज इस हत्या मामले में2मार्च को रांची के सत्र न्यायालय में चार्जशीट दायर कर दिया है.चार्जशीट में उत्तर प्रदेश के प्रतापगढ़ निवासी रितेश यादव उर्फ सुंदरमहतो, कतरास के रहने वाले विकास कुमार उर्फ विकास बजरंगी और कुस्तौर का रहने वाले सतीश साव उर्फ गांधी के खिलाफ आरोप पत्र दाखिल किया गया है.
आशीष रंजन उर्फ छोटू अमन सिंह की हत्या में मुख्य साजिशकर्ता
आरोप पत्र में अमन सिंह के करीबी रहे फरार चल रहे आशीष रंजन उर्फ छोटू को अमन सिंह की हत्या में मुख्य साजिशकर्ता बताया गया है. सीआईडी की जांच में इस बात की पुष्टि हुई है कि हीरापुर धनबाद के रहने वाले आशीष रंजन ने ही यूपी के रहने वाले रितेश यादव को धनबाद बुलाया था. उसी के इशारे पर रितेश यादव को सुंदर महतो बनाकर बाइक चोरी के केस में धनबाद जेल भेजा गया था. रितेश यादव ने ही अमन सिंह की गोली मारकर हत्या की. जबकि विकास बजरंगी और गांधी ने रितेश यादव की मदद की. जानकारी के अनुसार सीआईडी ने रितेश यादव के प्रतापगढ़ से आसनसोल स्टेशन आने और आसनसोल से मूनीडीह के मैदान तक पहुंचने और बाइक चोरी में जेल जाने की घटनाओं की जांच पड़ताल की. रितेश यादव,विकास बजरंगी और गांधी के बीच जेल में मेलजोल और मर्डर की योजना से लेकर हत्या की घटना और उसके बाद पिस्टल को जेल से बाहर फेंकने के प्रयास को दर्शाने के लिए सीसीटीवी फुटेज को साक्ष्य बनाया गया है. तत्कालीन जेलर सहित कल कई पुलिस अधिकारियों को गवाह बनाया गया है.
3दिसंबर को अमन सिंह की धनबाद जेल में की गई थी हत्या
3दिसंबर को यह हत्या की गई थी. धनबाद पुलिस ने हत्या के अगले दिन4दिसंबर को अमन सिंह हत्याकांड में रितेश यादव का रिमांड कराया था. लिहाजा2मार्च को रितेश यादव की हिरासत की90दिनों की मियाद पूरी होने वाली थी. सीआईडी ने90वे दिन आरोप पत्र दाखिल कर दिया,ताकि इसका फायदा संदेहियो को नहीं मिल सके. अमन सिंह धनबाद के पूर्व डिप्टी मेयर नीरज सिंह हत्याकांड में गिरफ्तार कर यूपी से धनबाद लाया गया था. धनबाद जेल में रहते हुए उसने अपना एक गैंग तैयार कर लिया था. लोगों से रंगदारी मांगने,हत्या कराने के कई मामले उस पर दर्ज थे.अमन सिंह और आशीष रंजन उर्फ छोटू पहले साथ-साथ थे लेकिन बाद में विवाद होने पर दोनों का रास्ता अलग हो गया. उसके बाद3दिसंबर को अमन सिंह की धनबाद जेल में हत्या कर दी गई थी.
कुंदन कुमार विश्वकर्मा धनबाद