बोर्ड निगम में नाम पर कांग्रेस में एक बार फिर कलह : एक ओर भारत जोड़ो यात्रा से राहुल गांधी ने की संगठन को मजबूत करने की कोशिश, वहीं झारखंड में नहीं जुड़ पा रहे कांग्रेसी
रांची : झारखंड प्रदेश कांग्रेस के समर्पित कार्यकर्ताओं और नेताओं के द्वारा कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष मलिकार्जुन खरगे को पत्र लिखा गया है. पत्र के माध्यम से आगाह किया गया है कि झारखंड सरकार के बोर्ड और निगम में समर्पित कांग्रेस कार्यकर्ताओं की अनदेखी की गई है.
बोर्ड निगम के अध्यक्ष और उपाध्यक्ष के नाम के अनुसार सूची बनाकर झारखंड सरकार के मुख्यमंत्री दिया गया है. जिससे कांग्रेस कमेटी के समर्पित कार्यकर्ताओं में आक्रोश दिख रहा है. अनुशंसा में चार या पांच वर्ष पूर्व पहले आरजेडी, आरएसएस, बीजेपी और अन्य दलों से कांग्रेस में आए हुए नेताओं के नाम हैं और सबसे ज्यादा नाम एक ही जिले से है. इस तरह नामों की अनुशंसा करना सरासर गलत है. बिना बायोडाटा देखे हुए यह सूची बनाई गई है. इसलिए उन्होंने राष्ट्रीय अध्यक्ष से आग्रह किया है कि सभी का बायोडाटा अपने पास मंगा कर जांच करा लें. पत्र के माध्यम से आग्रह किया गया है कि इन पदों के लिए एक मापदंड तैयार करें.
1)कांग्रेस पार्टी में कम से कम 15 वर्षों तक अपना योगदान दिया हो 2)सभी वर्गों के लोगों का प्रतिनिधित्व होना चाहिए.
3) झारखंड के सभी 5 मंडलों से प्रतिनिधित्व होना चाहिए. इस पत्र की प्रतिलिपि कांग्रेस के महासचिव केसी वेणुगोपाल ,अविनाश पांडे ,प्रियंका गांधी, के राजू नेशनल कोऑर्डिनेटर, प्रदेश अध्यक्ष राजेश ठाकुर, विधायक दल नेता आलमगीर आलम को सौंपी गई है.