PURNIA AIRPORT की मांग को लेकर ट्वीटर पर चल रहा है ट्रेंड

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बिहार के पूर्णिया में एयरपोर्ट की मांग जोर पकड़ने लगा है। राज्य और केंद्र सरकार का ध्यान आकर्षित कराने के लिए देश दुनिया में रह रहे सीमांचल के युवा इसे ट्विटर पर ट्रेंड करा रहे हैं। जो रविवार के दिन का सबसे टॉप ट्रेंड में शामिल रहा है। 8 अगस्त को सुबह 9 बजे से दोपहर 1 बजे तक पूर्णिया एयरपोर्ट के नाम पर 80 हजार से ज्यादा लोगों ने ट्वीट और रीट्वीट किया। और यह संख्या लगातार बढ़ रही है।इस अभियान में शामिल होने वालों में एलजेपी सांसद चिराग पासवान, जनाधिकार पार्टी के संरक्षक पप्पू यादव, बिहार प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष मदन मोहन झा और प्लूरल्स की पुष्पम प्रिया चौधरी सहित तकरीबन सभी दल के नेता शामिल हैं। इसके अलावा आम आदमी पार्टी सहित बिहार की प्रमुख विपक्षी दलों के आधिकारिक ट्विटर हैंडल से भी पूर्णिया एयरपोर्ट की मांग का समर्थन किया गया है। स्थानीय विधायक और सांसद पहले से ही इस मुद्दे पर सक्रिय रहे हैं। जो अपने अपने ट्विटर हैंडल से लगातार पोस्ट कर रहे हैं।

गौरतलब है कि 18 अगस्त 2015 को पूर्णिया हवाई अड्डा सेवा बहाल करने की घोषणा की गई थी। उड़ान योजना के तहत 2015 में पूर्णिया एयरपोर्ट के लिए 52.18 एकड़ जमीन अधिग्रहण करने के लिए सरकार ने करीब 20.25 करोड़ की राशि मुहैया कराई है। लेकिन जमीन अधिग्रहण को लेकर पेंच फंस गया है । गोआसी के ग्रामीणों ने जमीन अधिग्रहण को लेकर पटना हाईकोर्ट में याचिका दायर कर दी है। जिसके बाद से काम अधर में लटक गया है। उधर दरभंगा एयरपोर्ट से ऑपरेशन शुरु होने के बाद लोगों की उम्मीदें बढ़ गई हैं। जिसको लेकर मांग भी अब तेज हो चुकी है। लेकिन सरकार की ओर से कोई पहल होते न देख युवाओं ने इस ट्रेंड कराना शुरु किया है। चूनापुर एयरबेस पर झारखंड चुनाव के दौरान पीएम नरेंद्र और राहुल गांधी की फ्लाइट कई बार लैंड कर चुकी है। वहीं राज्य सरकार और विशिष्ट अतिथियों के लिए भी एयरपोर्ट का इस्तेमाल होता रहा है।

पूर्णिया में एयरपोर्ट शुरु होने से सीमांचल के अलावा कोसी कमिश्नरी को भी लाभ होगा। इस रास्ते से नेपाल और बंगाल से व्यापार को बढ़ावा मिलेगा। फिहलहाल लोगों को बागडोगरा एयरबेस या दरभंगा एयरपोर्ट के सहारे आवाहजाही करनी पड़ती है। इन दोनों एयरपोर्ट दिल्ली से पहुंचने में जितना समय लगता है। उतना ही विमान से उतरने के बाद लोगों को गांव पहुंचने का समय लगता है। इस लिहाज हवाई सफर के मायने नहीं रह जाते हैं। वैसे पूर्णिया पूर्व उत्तर बिहार का सबसे बड़ा हब है। जहां पर चाय से लेकर मकई का व्यापार बड़े पैमाने पर होता है। वहीं एशिया की सबसे बड़ी मंडी गुलाबबाग भी यहीं पर है। एयरपोर्ट के संचालन से लोगों को आर्थिक प्रगति की उम्मीद है साथ ही सामरिक दृष्टि से ये महत्वपूर्ण भी है।

पूर्णियां से रवि प्रकाश की रिपोर्ट