18946 लाभुकों के बीच परिसंपत्ति वितरित : मुख्यमंत्री हेमन्त सोरेन ने 512.14 करोड़ की योजनाओं का किया शिलान्यास और उद्घाटन
धनबाद: मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन आज धनबाद पहुंचे. शहर के गोल्फ ग्राउंड में मुख्यमंत्री ने धनबाद के लिए 512.14 करोड़ की योजनाओं काशिलान्यास व उद्घाटन किया. सीएम ने 18946 लाभुकों के बीच परिसंपत्तियों के वितरण के साथ 174 व्यक्तियों को नियुक्ति पत्र भी सौंपा. अपने संबोधन के दौरान मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने मंच से अधिकारियों को चेतावनी भी दी. वैसे अधिकारी जो लोगों की समस्याओं को नहीं सुन रहे हैं उनकी निगरानी की जा रही है. उन अधिकारियों पर गाज गिरना लगभग तय है.
जिले के गोल्फ ग्राउंड में कार्यक्रम का आयोजन किया गया. मुख्यमंत्री का कार्यक्रम 12:45 में निर्धारित था. लेकिन सीएम हेमंत सोरेन कार्यक्रम में 3 बजकर 10 मिनट पर पहुंचे. विशिष्ट अतिथि स्वास्थ्य एवं आपदा प्रबंधन मंत्री सह धनबाद जिले के प्रभारी मंत्री बन्ना गुप्ता, टुंडी विधायक मथुरा महतो, झरिया विधायक पूर्णिमा नीरज सिंह कार्यक्रम में शामिल हुए.
मुख्यमंत्री समेत अन्य अतिथियों ने दीप प्रज्वलित कर कार्यक्रम का विधिवत उद्घाटन किया. समारोह में 350.86 करोड़ रुपए की 118 योजनाओं का शिलान्यास, 161.28 करोड़ रुपए की 106 योजनाओं का उद्घाटन तथा 18946 लाभुकों के बीच 48.911 करोड़ रुपए की परिसंपत्तियों का वितरण किया गया. साथ ही साथ समारोह में 174 व्यक्तियों को सरकारी नौकरी / कौशल विकास योजना के अंतर्गत युवाओं के प्लेसमेंट के लिए मुख्यमंत्री के द्वारा नियुक्ति पत्र सौंपा गया.
मंच से अपने संबोधन में मुख्यमंत्री हेमन्त सोरेन ने अधिकारियों को चेतावनी दी. उन्होंने कहा कि जो अधिकारी लोगों की समस्याओं को नहीं सुन रहे हैं उनकी निगरानी रखी जा रही है. उन अधिकारियों के ऊपर गाज गिरनी लगभग तय है.
उन्होंने कहा कि धनबाद की पहचान देश भर में है. कई कारणों से यह जिला सुर्खियों में रहा है. सौ सालों से अधिक समय से यहां की खनिज संपदा निकाली जा रही है. जिले में केंद्र सरकार की बीसीसीएल समेत कई उपक्रम उत्खनन का काम कर रही है. केंद्र सरकार की कार्य योजना राज्य व इस जिले के लिए कैसा रहा है. यह कहने की जरूरत नहीं है. लोग वर्षों से अपने हक और अधिकार के लिए लड़ाई लड़ रहे हैं. लोगों की लड़ाई और आंदोलन उपक्रमों से अब भी जारी है. राज्य और धनबाद जिले के विकास के लिए केंद्र सरकार के उपक्रमों का साथ हमेशा से ही चिंताजनक रहा है.
हेमंत सोरेन ने कहा कि 32 सालों में पहली बार 100 कृषि पदाधिकारी की नियुक्ति की गई. इस नियुक्ति के बाद किसानों की स्थिति में सुधार आएगी. किसान को बीज व फसल की सही सही जानकारी मिल सकेगी. हर महीने 200 से 300 नियुक्ति की जा रही है. हम कागज और कलम पर योजना नहीं बनाते हैं, बल्कि धरातल पर उन योजनाओं को उतारने का काम सरकार कर रही है. वृद्धा पेंशन,विधवा पेंशन, विकलांग पेंशन और गरीबों को राशन कार्ड की दिशा में सरकार काफी हद तक बेहतर कार्य कर रही है.