POLITICS : विपक्षी दलों की 12 जून की बैठक टली..नीतीश कुमार पर BJP हुई हमलावर..

Edited By:  |
UPDATE June 12 meeting of opposition parties postponed..BJP attacked Nitish Kumar.. UPDATE June 12 meeting of opposition parties postponed..BJP attacked Nitish Kumar..

DESK:-आगामी लोकसभा चुनाव को लेकर विपक्षी दलों को एक मंच पर लाने हेतू 12 जून को निर्धारित बैठक टल गई गई है..अब यह बैठक सभी दलों के नेताओं से विचार विमर्श के बाद तय होगी और ऐसी संभावना है कि 20 से 25 जून के बीच यह बैठक निर्धारित की जा सकती है.


बतातें चलें कि बिहार के सीएम नीतीश कुमार गैर बीजेपी दलों यानी विपक्षी दलों को एक मंच पर लाने की पहल कर रहें हैं.इसके लिए उन्हौने कांग्रेस समेत तमाम क्षेत्रीय पार्टी के नेताओं से अलग अलग मुलाकात की थी और आगामी कोलसभा चुनाव में सभी दलों को एक मंच पर आकर एक रणनीति की तहत चुनाव लड़ने को लेकर चर्चा की है.अलग अलग बैठक के बाद सभी दलों के शीर्ष नेताओं की बैठक 12 जून को पटना में निर्धारित की गयी थी,पर कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे और डीएमके नेता एवं तमिलनाडु के मुख्यमंत्री एमके स्टालिन अपने-अपने पूर्व निर्धारित कार्यक्रमों के चलते 12 जून की बैठक में शरीक होने में कठिनाई महसूस कर रहे थे.कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी भी अमेरिका दौरे पर हैं.इसलिए 12 जून की बैठक को टाल दी गयी है और नये सिरे से नयी तारीख तय की जा रही है.

12 जून को बैठक आयोजित होने पर कांग्रेस ने दूसरी पक्ति के नता को भेजने की बात कही थी,पर नीतीश कुमार नहीं चाहतें हैं कि दूसरे पंक्ति के नेताओं के साथ इस तरह की बैठक की जाय.नीतीश कुमार की कोशिश है कि इस बैठक में विपक्षी एकता को लेकर मजबूत फैसले लिए जाएं और उस फैसले को लागू कराने के लिए रणनीति पर भी तैयारी की जाय.तत्काल इस रणऩीति पर चर्चा हो रही है कि जिस राज्य में जो दल मजबूत स्थिति में है..वह वहां लीड करेगा और अन्य दलों के नेता सहयोगी की भूमिका में रहेंगे.वहीं बीजेपी के एक प्रत्याशी के खिलाफ विपक्षी दल के एक प्रत्याशी खड़ा करने की रणऩीति पर भी चर्चा होनी है.

वहीं 12 जून की बैठक टलने की सूचना के बाद बीजेपी ने नीतीश कुमार पर निशाना साधा है.बीजेपी नेताओं ने कहा कि विपक्षी दलों को एक मंच पर लाकर नीतीश कुमार पीएम बनने का सपना देख रहें हैं,पर इन विपक्षी दलों को एक मंच पर लाना इतना आसान नहीं है.और नीतीश कुमार का सपना सपना मुगेंरी लाल के हसीन सपने की तरह ही है,हलांकि नीतीश कुमार खुद के पीएम उम्मीदवार होने की बात का लगातार खंडन कर रहें हैं.नीतीश के शब्दों में कहें तो वे सिर्फ बीजेपी के खिलाफ विपक्षी दलों को एक मंच पर लाना चाहतें हैं ताकि 2024 के लोकसभा चुनाव में कड़ी टक्कर देकर परास्त किया जा सके.नेता का फैसला चुनाव के बाद किया जायेगा.


Copy