तुषार हत्याकांड के बाद लोगों का फूटा गुस्सा : रेल और सड़क मार्ग पर जमकर हंगामा, आगजनी कर पुलिस के खिलाफ नारेबाजी
पटना : तुषार अपहरण-हत्याकांड के बाद लोगों का आक्रोश सोमवार को और भड़क उठा। घटना से आक्रोशित लोगों ने बिहटा सरमेरा हाईवे, सदीसोंपुर रेलवे स्टेशन को पूरी तरह जमकर बवाल काटा है। साथ ही, पुलिस और प्रशासन के खिलाफ जमकर नारेबाजी कर रहे हैं। सूचना मिलते ही मौके पर भारी संख्या में पुलिस टीम पहुंच गई है।
बता दें की बिहटा थानाक्षेत्र के कन्हौली से शिक्षक के पुत्र तुषार की अपराधियों ने चार दिन पहले घर से फिरौती के लिए अपहरण कर लिया था और उसकी हत्या कर शव को जला डाला था। अधजले शव को पुलिस ने दो दिन पहले बरामद किया और पोस्टमार्टम कराकर इस बात की पुष्टि की कि अधजला शव तुषार का ही है। अपराधियों ने अपहरण के बाद तुषार के पिता को एक ऑडियो रिकॉर्ड उनके मोबाइल पर भेज कर 40 लाख रुपए फिरौती की मांग की थी।
बाद में 25 लाख देने की बात कहते हुए नहीं देने पर तुषार को जान से मार देने की धमकी दी थी। साथ ही कहा गया था कि पुलिस को इंफॉर्मेशन देने के पर तुषार की हत्या कर शव फेंक दिया जाएगा। आखिरकार परिजनों ने इसकी जानकारी पुलिस को दी और अपहरणकर्ताओं ने अपनी बात सत्य साबित कर डाली। तुषार को बिहटा के ईएसआईसी अस्पताल के पीछे सिकंदरपुर खेदलपुरा में ही रेलवे लाइन के किनारे झाड़ियों में ले जाकर जिंदा जला डाला और साक्ष्य मिटाने के लिए वहां से तमाम चीजें हटा दी। हालांकि घटनास्थल पर चादर के जले टुकड़े माचिस और जलाने के लिए इस्तेमाल सीमेंट का बोरा मिला है।
पुलिस ने इस मामले में 2 लोगों को हिरासत में लिया है। पूछताछ में यह राज खुला कि तुषार की अपहरण और हत्या के पीछे उसके शिक्षक का ही हाथ था. कन्हौली के विवेकानंद स्कूल चलानेवाले कर्ज में डूबे शिक्षक मुकेश कुमार ने घटना को अंजाम दिया था। इधर हत्या के बाद आक्रोशित लोगों ने आगजनी कर सड़क जाम कर दिया। इन लोगों की मांग है कि गिरफ्तार मुख्य आरोपी को फांसी की सजा हो या आरोपी को गांव के हवाले किया जाए ताकि जिस तरह से तुषार की निर्मम हत्या की गई है, उसी तरह से हम लोग भी आरोपी की निर्मम हत्या कर अपना बदला ले। इधर हंगामा बढ़ते देख भारी संख्या में पुलिस बल की तैनाती पूरे इलाके में की गई है।