Bihar News : अमर शहीद कवि कैलाश की प्रतिमा का हुआ अनावरण, स्वतंत्रता संग्राम के महानायक को लोगों ने किया नमन


BHOJPUR :भोजपुर जिले के आरा सदर प्रखंड के घोड़ादेई गांव में 1942 की क्रांति के महानायक और अमर शहीद कवि कैलाश पति सिंह की प्रतिमा का अनावरण किया गया। उनकी जन्मभूमि पर प्रतिमा का विधिवत अनावरण शाहाबाद प्रक्षेत्र के पुलिस उप महानिरीक्षक नवीन चंद्र झा, पुलिस अधीक्षक प्रमोद कुमार ने किया।
अमर शहीद कवि कैलाश की मूर्ति का हुआ अनावरण
इस मौके पर होटल मौर्य के कार्यकारी निदेशक बीडी सिंह, बिहार राज्य नागरिक परिषद के पूर्व महासचिव और वरिष्ठ नेता भाई ब्रह्मेश्वर समेत अन्य गणमान्य लोगों ने विधिवत रूप से किया। अमर शहीद कवि कैलाश 18 सितंबर 1942 को आरा जिला समाहरणालय पर अंग्रेजों से लोहा लेते हुए वीरगति को प्राप्त हुए थे और इस दौरान उन्होंने कई फिरंगियों को मार गिराया था, जिसकी चर्चा आज भी लोग करते हुए नहीं थकते हैं।
स्वतंत्रता संग्राम के महानायक को लोगों ने किया याद
वैसे तो भोजपुरी के जिला समाहरणालय में उनकी एक प्रतिमा लगाई गई है, जिसमें जिले के अन्य वीर शहीदों के नाम भी अंकित हैं लेकिन काफी दिनों से गांव वाले एक आदमकद प्रतिमा लगाने की मांग कर रहे थे और आज उनका यह सपना पूरा हो गया, जब गांव के ही एक सेवानिवृत सैनिक ललन सिंह और पूर्व मुखिया संतोष सिंह के दृढ़इच्छाशक्ति के बाद विधिवत रूप से उनकी एक आदमकद प्रतिमा लगाई गई और इसका विधिवत उद्घाटन डीआईजी के करकमलों द्वारा किया गया।
वीरों की धरती को नमन
इस मौके पर पुलिस उपमहानिरीक्षक नवीन चंद्र झा ने इस वीरों की धरती को नमन करते हुए कहा कि यह उनका सौभाग्य है कि वह इस 1942 की क्रांति के महानायक की मूर्ति का अनावरण कर रहे हैं क्योंकि भोजपुर शुरू से ही वीरों की धरती रही है, तभी तो 1857 में 80 वर्ष की उम्र में बाबू कुंवर सिंह ने अंग्रेजों के छक्के छुड़ा दिए थे और 1942 की क्रांति में अमर शहीद कवि कैलाश जैसे वीर पुत्रों ने आजादी की लड़ाई में अपने प्राण गंवा दिए।
जिला समाहरणालय में भी आयोजित हुआ कार्यक्रम
वहीं, भोजपुर एसपी प्रमोद कुमार ने कहा कि यह जिला पहले से ही वीरों की धरती रही है और आज एक बार फिर से अमर शहीद को नमन करके वह काफी गौरवांवित महसूस कर रहे हैं। इन शहीदों से आज की पीढ़ी को सीख लेने की जरूरत है, वहीं अमर शहीद कवि कैलाश स्मृति संस्थान के मुख्य संरक्षक एवं मौर्य होटल पटना के कार्यकारी निदेशक इस कार्यक्रम के संयोजक बीडी सिंह ने कहां कि आज हम लोग उनको सच्ची श्रद्धांजलि अर्पित कर पाए हैं, जब उनके पैतृक गांव में उनकी प्रतिमा का विधिवत अनावरण किया गया क्योंकि यह मांग ग्रामीणों की काफी पुरानी थी और अब इस वीर शिरोमणि को देखकर आज के युवा भी उनसे प्रेरणा लेंगे और उनको देखकर अपनी मातृभूमि की रक्षा करेंगे।
वहीं, गांव में मूर्ति स्थापित करने के बाद एक कार्यक्रम आरा के जिला समाहरणालय में भी आयोजित किया गया, जहां जिलाधिकारी राजकुमार, पुलिस अधीक्षक प्रमोद कुमार समेत जिले के कई गणमान्य लोगों ने उनको श्रद्धांजलि अर्पित की।