सांसद जयंत सिन्हा ने अस्पताल का किया निरीक्षण : कहा, DMFT फंड से दी गई सुविधा के सदुपयोग की जानकारी लेने पहुंचे अस्पताल

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हजारीबाग : हजारीबाग के सांसद जयंत सिन्हा ने मेडिकल कॉलेज अस्पताल का औचक निरीक्षण किया. इस दौरान उन्होंने ट्रॉमा सेंटर, ब्लड बैंक, विभिन्न वार्ड और डायलिसिस सेंटर का भी निरीक्षण किया. निरीक्षण करने के दौरान सदर अस्पताल के सिविल सर्जन डॉ. सरजू प्रसाद, मेडिकल कॉलेज अस्पताल के सुपरिटेंडेंट डॉ. विनोद कुमार समेत कई डॉक्टर और पदाधिकारी उपस्थित रहे. निरीक्षण करने के दौरान उन्होंने कहा कि डीएमएफटी फंड से कई सुविधा अस्पताल को दिया गया है. जिसे बेहतर परिणाम भी सामने आ रहा है. मरीजों को बेहतर इलाज हजारीबाग अस्पताल में मिल रहा है.


सांसद जयंत सिन्हा ने कहा कि डीएमएफटी फंड से कई सुविधा अस्पताल को दिया गया है. सुविधा का सदुपयोग हो रहा है या नहीं इसकी जानकारी लेने के लिए अस्पताल पहुंचा था. यह देखकर बेहद खुशी हुई कि अच्छा काम हो रहा है. वहीं उन्होंने यह भी कहा कि डायलिसिस सेंटर में प्रत्येक दिन 24 लोगों को नि:शुल्क सुविधा मिल रही है . और भी अधिक बेड लगाने की बात कही जा रही है. इसको लेकर अब प्रपोज भी मांगा जा रहा है. ताकि अगर किडनी के मरीज आए तो उन्हें सुविधा सदर अस्पताल में ही मिल सके. उन्होंने यह भी जानकारी दी कि ब्लड बैंक में भी अत्यधिक मशीन लाया गया है. अब यहां कैपेसिटी बढ़ाने की जरूरत है. जिस तरह से मांग बढ़ रहा है ऐसे में आने वाले दिनों में और भी अधिक सुविधा देने की जरूरत है. उन्होंने कहा कि सरकारी अस्पताल में बहुत ही कम पैसे, बीपीएल और आयुष्मान कार्ड धारी को नि:शुल्क जांच की सुविधा दी जा रही है. अगर निजी जांच घर में जाकर जांच कराया जाए तो मोटी रकम देनी होती है. ऐसे में जो सुविधा देने की बात कही जा रही थी वह धरातल पर उतरती दिख रही है.


मेडिकल कॉलेज अस्पताल का निरीक्षण करने के बाद झील परिसर में बना रहे 500 बेड के अस्पताल का भी उन्होंने निरीक्षण किया. निरीक्षण करने के दौरान उन्होंने संतोष जाहिर किया कि आने वाले दिनों में 500 बेड का अस्पताल भी बनकर तैयार हो जाएगा. जो अत्याधुनिक अस्पताल होगा. उन्होंने रफ्तार को लेकर दुख जाहिर किया और कहा कि अगर राज्य सरकार अस्पताल बनाने को लेकर दिलचस्पी दिखाई होती तो कब का बनकर तैयार हो जाता. 2024 सितंबर तक अस्पताल तैयार करने का लक्ष्य निर्धारित किया गया है. निरीक्षण करने के दौरान मेडिकल कॉलेज के प्राचार्य समेत कई डॉक्टर और कर्मी भी उपस्थित रहे. उन्होंने मेडिकल कॉलेज अस्पताल के प्राचार्य से जाना कि आप कितने संतुष्ट हैं. काम की गति को देखते हुए. तो उन्होंने भी असंतुष्टि जाहिर की और कहा कि और भी अधिक तेजी लाया जा सकता था. प्राप्त जानकारी के अनुसार फंड के अभाव में भवन बनाने की गति धीमी है.


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