रुखसाना बनी रुकमणी : गुलाबी नगरी जयपुर के कॉलेज में हुई थी पहली मुलाकात..चार साल बाद वैशाली के लालगंज में निकली बारात

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Rukmani became Roksana by changing religion for marriage, first meeting with lover in Jaipur's college Rukmani became Roksana by changing religion for marriage, first meeting with lover in Jaipur's college

वैशाली-खबर बिहार के वैशाली जिले से है..जहां चार साल की अधूरी प्रेम कहानी कहानी मंदिर में शादी के साथ ही पूरी हो गयी है.राजस्थान के गुलाबी नगरी जयपुर से शुरू हुई प्रेम कहानी वैशाली के लालगंज में जाकर पूरी हुई है.अपने प्रेम को शादी में बदलने के लिए रुखसाना से रुकमणी बन गई है.

दरअसल वैशाली के लालगंज के सहथा कुंवर टोला के रहने वाला रौशन कुंवर और मुजफ्फरपुर जिले के गिजांस की रहने वाली रुकसाना अंसारी की पहली मुलाकात गुलाबी नगरी जयपुर के एक कॉलेज में हुई थी.पहली मुलाकात के बाद ही दोने की नजदीकियां बढने लगे और फिर पढाई के साथ ही मुलाकात और मोबाइल पर बात का दौरा शुरू हुआ..फिर दोनों एक दूसरे को दिल दे बैठे.

चार साल पहले शुरू हुए प्रेम कहानी वैशाली के लालगंज के रेपुरा स्थित अर्धनारीश्वर महादेव मंदिर में पूरा हो गया है..और दोनों प्रेमी-प्रेमिका से शादी करके पति-पत्नी बन गए.इसके लिए मंदिर परिसर में हिन्दू रीति रिवाज से शादी समारोह आयोजित किया गया जिसमें रूकसाना अंसारी नाम और धर्म बदलकर रुकमणी बन गयी.इसके लिए शादी से पहले रूखसाना को हिन्दू धर्म में प्रवेश के लिए विधि-विधान किया गया.

इस शादी को देखने के लिए गांव वालों की भीड़ लग गई थी.रूकसाना के रूकमणी बन शादी करने की विधि-विधान के बाद उपस्थित लोगों ने अंग व्सत्र देकर स्वागत किया और आशीर्वाद एवं शुभकामनाएं दी. इस शादी में महिलाओं ने मंगल गीत गाए तो लोगों ने काफी ताली बजाकर वर-वधू का स्वागत किया.

शादी कराने वाले पंडित आचार्य पंडित कमला कांत पांडे ने कहां की यह शादी हिंदू रीति रिवाज के अनुसार किया गया है लड़के एवं लड़की ने शादी के बंधन में बंधते वक्त एक दूसरे से कई वचन निभाने का वादा किए हैं और मैं उनके उज्जवल भविष्य की कामना करता हूं. वहीं अन्य लोगों ने वर-वधू को दांपत्य जीवन की शुरूआत के लिए आशीर्वाद दिया.