'बेहतर प्रशिक्षक ही काबिल खिलाड़ी तैयार करता है' : रवीन्द्रण शंकरण बोले-प्रशिक्षण शिविर नई खेल नीति का अहम हिस्सा
पटना : दशरथ मांझी संस्थान सभागार, पटना में बिहार राज्य खेल प्राधिकरण और श्री रामचंद्र खेल विज्ञान केंद्र द्वारा संयुक्त रूप से आयोजित बिहार के खेल प्रशिक्षकों के लिए खेल विज्ञान पर एक दिन का प्रशिक्षण शिविर एवं कार्यशाला आज सफलतापूर्वक सम्पन्न हुआ । प्रशिक्षण शिविर के बारे में जानकारी देते हुए बिहार राज्य खेल प्राधिकरण के महानिदेशक सह मुख्य कार्यकारी अधिकारी रवीन्द्रण शंकरण ने कहा कि बिहार के खेल प्रशिक्षकों के लिए इस तरह का प्रशिक्षण शिविर हमारी नई खेल नीति का एक अहम हिस्सा है ।
रवीन्द्रण शंकरण ने आगे बताया कि आज के समय में बिना वैज्ञानिक तरीके और बिना टेक्नोलॉजी का सहारा लिए हम अच्छे प्रशिक्षक और बेहतर खिलाड़ी तैयार नहीं कर सकते हैं । खिलाड़ियों को शारीरिक और मानसिक रूप से सक्षम बनाने के लिए खेल विज्ञान के विशेषज्ञों ,नूट्रिशन विशषज्ञों और खेल मनोवैज्ञानिकों का महत्व आज काफी बढ़ गया है । बिहार के खेल प्रशिक्षकों को इसी बात की अहमियत इस प्रशिक्षण शिविर में आमंत्रित विशेषज्ञों द्वारा बताई गई है । प्रशिक्षकों का स्तर जितना बेहतर होगा खेल और खिलाड़ियों का स्तर भी उतना ही अच्छा होगा ।
उन्होंने कहा कि आज नीरज चोपड़ा अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर लगातार बेहतर इसलिए कर पा रहें हैं क्योंकि उनके साथ खेल विधा से जुड़े विशेषज्ञों की एक पूरी टीम वैज्ञानिक तरीके से काम करती है । बिहार के खिलाड़ियों के लिए भी हमलोग श्री रामचन्द्र खेल विज्ञान केंद्र के सहयोग से चार पाँच जगह खेल विज्ञान केंद्र बनाएंगे ताकि बिहार की प्रतिभा को भी वैज्ञानिक तरीके से तलाशा और तराशा जा सके । इस प्रशिक्षण शिविर में बिहार के करीब 200 खेल प्रशिक्षक और सपोर्टिंग स्टाफ हिस्सा ले रहे हैं ।
बिहार के प्रशिक्षकों को संबोधित करते हुए देश के पूर्व हॉकी कप्तान और राष्ट्रीय प्रशिक्षक ओलंपियन वी. भास्करन ने कहा कि सीखने की कोई उम्र नहीं होती है ,अपने ज्ञान को हमेशा नए नए तरीकों और प्रशिक्षण से बढ़ाते रहना चाहिए । हर सीख के साथ आदमी और बेहतर बन जाता है । एक बेहतर प्रशिक्षक ही बेहतर खिलाड़ी तैयार कर सकता है ।
वहीँ मौके पर मौजूद बिहार राज्य खेल प्राधिकरण के निदेशक सह सचिव पंकज राज ने बताया कि बिहार के एकलव्य खेल स्कूल को और बेहतर और प्रभावी बनाने के लिए सरकार द्वारा प्राथमिकता के साथ कई उपाय किए जा रहे हैं । यह हमारे लिए बहुत खुशी की बात है कि देश के प्रसिद्ध ओलंपियन खिलाड़ी, प्रशिक्षक और विशेषज्ञ भास्करन जी ने बिहार के एकलव्य स्कूल के उत्थान के लिए एकलव्य स्कूल के परामर्शी के रूप में सहयोग देने की अपनी स्वीकृति दे दी है । यह निश्चित रूप से बिहार के खेल और खिलाड़ियों के स्तर में सकारात्मक और गुणात्मक सुधार लाएगा । भविष्य में भी ऐसे प्रशिक्षण शिविर का आयोजन बिहार राज्य खेल प्राधिकरण द्वारा नियमित रूप से किया जाएगा ।
उन्होंने आगे कहा कि आज के प्रशिक्षण शिविर में चार अलग अलग सत्रों में खेल विज्ञान और खेल से जुड़े आघात एवं चोट तथा इसके उपचार, दवाएं, एक्सर्साइज़ ,प्रदर्शन में सुधार ,खिलाड़ियों के पोषक आहार, खेल मनोविज्ञान आदि विषयों पर आमंत्रित विशषज्ञों द्वारा बिहार के प्रशिक्षकों एवं सहयोगियों को महत्वपूर्ण जानकारी देने के साथ साथ पैनल परिचर्चा के अलावा खेल मनोविज्ञान और फिटनेस जांच पर कार्यशाला का भी आयोजन किया गया ।
इस प्रशिक्षण शिविर में आए विशेषज्ञों में दक्षिण अफ्रीका के प्रसिद्ध खेल विशेषज्ञ और प्रशिक्षक एंड्रूस ग्रे और भारतीय हॉकी टीम के पूर्व कप्तान और कोच ओलंपियन वी.भास्करन के अलावा अरथ्रोस्कोपी और स्पोर्ट्स मेडिसन के विशेषज्ञ प्रो. डॉक्टर के. ए. थियागराजन, स्पोर्ट्स नूट्रिशन विशेषज्ञ अंसा सजु, खेल मनोवैज्ञानिक प्रो.डॉक्टर जॉली रॉय ने भी विशेषज्ञ के रूप में अपनी सलाह और जानकारी बिहार के खेल प्रशिक्षकों से साझा की । बिहार राज्य खेल प्राधिकरण के महानिदेशक रवीन्द्रण शंकरण ने कार्यक्रम के शुरू में प्रतीक चिन्ह भेंट कर इन सभी आमंत्रित विशेषज्ञों का अभिनंदन किया ।
वहीँ कला,संस्कृति एवं युवा विभाग के मंत्री जितेंद्र कुमार राय और सचिव बन्दना प्रेयषी ने इस प्रशिक्षण शिविर में भाग लेने वाले सभी प्रशिक्षकों एवं विशेषज्ञों को अपनी शुभकामनाएं देते हुए भरोसा जताया है कि ऐसे प्रशिक्षण शिविर से बिहार के खिलाड़ियों के स्तर में सुधार के साथ साथ खिलाड़ियों के सर्वांगीण विकास के लिए सरकार की प्रतिबद्धता को भी और बल मिलेगा ।