राष्ट्रपति खूंटी में SHG सम्मेलन में हुई शामिल : राष्ट्रपति का भव्य स्वागत, स्वयं सहायता समूह के कई स्टॉलों का किया निरीक्षण

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खूंटी : राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू आज महिला स्वयं सहायता समूह के सम्मेलन में भाग लेने खूंटी पहुंची. खूंटी में कार्यक्रम स्थल पर राष्ट्रपति का राज्यपाल सीपी राधाकृष्णन, मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन और केंद्रीय मंत्री अर्जुन मुंडा ने स्वागत किया.


जनजातीय महिलाओं के उत्थानको लेकर कार्यक्रम आयोजित हुआ. आजीविका और स्वास्थ्य पर फोकस करना लक्ष्य है. जनजातीय कार्य मंत्रालय की ओर से कार्यक्रम का आयोजन किया गया. राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने खूंटी में 25 हजार महिलाओं के साथ संवाद किया.

इस कार्यक्रम में जनजातीय मामलों के केंद्रीय मंत्री अर्जुन मुंडा, जनजातीय मामलों की राज्यमंत्री रेणुका सिंह सारुता ,विशेश्वर टूडू, राज्यपाल सीपी राधाकृष्णन और मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन, झारखंड सरकार की मंत्री जोबा मांझी ,पूर्व सांसद करिया मुंडा समेत कई लोग मौजूद.

राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने महिलाओं की ओर से लगाए गए स्टाल को देखी. उन्होंने म्हिकाउंस उत्पादों के बारे में जानकारी ली. मोटे अनाजों यानी मिलेट्स से बने उत्पादों के स्टाल के बारे में जानी. खरसावां की हल्दी के स्टाल पर भी राष्ट्रपति रुक कर जानकारी ली.

खूंटी में एसएचजी की महिलाओं की ओर से राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू को कई जानकारी दी गई. हथकरघा के स्टॉल पर राष्ट्रपति ने रुक करकपड़ा बनाने के बारे में जानकारी ली. मेटल से बने उत्पादों के स्टॉल के बारे राष्ट्रपति ने जानकारी ली.

राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू महिला स्वयं सहायता समूह सम्मेलन के मंच पर पहुंची. राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू को स्थानीय उत्पाद देकर मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने किया. केंद्रीय मंत्री अर्जुन मुंडा ने भी राष्ट्रपति का स्वागत किया. राज्यपाल सीपी राधाकृष्णन ने राष्ट्रपति का स्वागत किया. मीरा मुंडा ने तस्वीर देकर राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू का स्वागत किया.

केंद्रीय जनजातीय विभाग की राज्य मंत्री रेणुका सिंह सरूता का स्वागत किया गया. सखी मंडल की दीदियों की ओर से अतिथियों की ओर से स्वागत किया गया. ट्राइफेड की निदेशक गीतांजलि गुप्ता ने महिलाओं की ओर ले लगाई गई प्रदर्शनी की जानकारी दी. महिलाओं के लिए केंद्र सरकार की ओर से चलाई जा रही योजनाओं की जानकारी दी.

इस मौके पर केंद्रीय जनजातीय कार्य मंत्री अर्जुन मुंडा ने महिला सम्मेलन में कहा कि बेटी बचाओ,बेटी पढ़ाओ के मूलमंत्र पर केंद्र सरकार काम कर रही है. खूंटी बिरसा मुंडा की धरती है,स्थानीय कानून की पहल बहुत पहले से शुरू हुई. सीएनटी एक्ट यहां की परिस्थितियों को देखते हुए लागू किया गया.

वन अधिकार एक्ट के तहत स्थानीय लोगों को हमारी सरकार ने अधिकार दिया. बंधन विकास योजना में खूंटी के 254 में लागू किया गया है. इन गांवों को आदर्श गांव बनाया जा रहा है.

महिला स्वयं सहायता समूह सम्मेलन में मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने कहा कि आदिवासियों को वन उपज का सही मूल्य कैसे मिले इस पर काम करता है ट्राइफेड. केंद्र के जनजातीय कार्य मंत्रालय के मंत्री से लेकर अधिकारी तक मौजूद हैं. आदिवासियों की आय बढ़ाने की चिंता हम सबकी है,आदिवासी समुदाय अभी चुनौतियों से जूझ रहा. झारखंड के खनिज संपदा से देश में रोशनी हो रही,वन में रहनेवाले आदिवासी उपेक्षित हैं. कोरोना काल में हम जद्दोजहद करके बाहर से लोगों को लाए.

आदिवासियों की मौजूदा स्थिति पर मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने चिंता जताई. स्टाल लगाने की जमीनी हकीकत बिल्कुल अलग है. अधिकारी कार्यक्रमों में स्टाल लगाकर दिखाए जाते हैं. हम जब आदिवासियों के बीच में जाता हूं,तो स्टाल के पीछे की स्थिति देखने की कोशिश करता हूं. हमें विश्वास है,अर्जुन मुंडा के नेतृत्व में केंद्र ट्राइफेड कुछ काम करेगा.

पलाश ब्रांड को झारखंड सरकार ने बनाया है,इससे उत्पादित सामान की मांग अच्छी है. अभी हम पलाश के सामान की मांग के अनुरूप सप्लाई नहीं कर पा रहे. वन उपज में बिचौलिया सक्रिय हैं,इसके वजह से आदिवासी ठगे जाते हैं. वन उपजों की एमएसपी काफी कम हैं,इसको सुधारने की जरूरत. शहद से लेकर अन्य चीजों की एमएसपी काफी कम,हमने इसे सुधारने की योजना शुरू की. हम बाजार मूल्य आदिवासियों को देने की लिए प्रतिबद्ध हैं. हम जल्द कृषि मेला लगाकर तमाम मशीनों प्रदर्शित करेंगे,जिससे राहत मिलेगी. सरना कोड़ और हो,मुंडारी भाषा को सविधान की आठवीं अनुसूची में शामिल किया जाए. राज्य सरकार केंद्र सरकार के साथ कदम से कदम मिलाकर चलने को तैयार है.

महिला सम्मेलन में राज्यपाल सीपी राधाकृष्णन ने कहा कि द्रौपदी मुर्मू आदिवासी समुदाय से पहली महिला राष्ट्रपति हैं, ये हम सबके लिए सम्मान की बात है. राष्ट्रपति की उपस्थिति यहां के लोगों को प्रेरणा दे रही है. पीएम नरेंद्र मोदी ने बिरसा मुंडा की जयंती को आदिवासी प्रेरणा दिवस के रूप के मनाने का फैसला लिया. झारखंड की गवर्नर रहते हुए राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने महिलाओं के साथ संवाद बनाए रखा. राष्ट्रपति जी महिलाओं और बेटियों के लिए प्रेरणास्त्रोत हैं.


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