राजधानी में गहराया जल संकट : रांची के कई मुहल्लों में ग्राउंड वाटर का लेबल काफी नीचे, नलों में पानी नहीं आने से लोगों को हो रही परेशानी

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रांची : राजधानी रांची में अप्रैल माह में ही जल संकट शुरू हो गई है. बढ़ते गर्मी की वजह से रांची के कई मुहल्लों के ग्राउंड वाटर का लेबल काफी नीचे चला गया है. जिस वजह से कई चापाकलों और नलों में पानी आना बंद हो गया है. कई लोगों को सुबह से ही रांची नगर निगम द्वारा दी जाने वाली पानी सप्लाई के लिए इंतजार करना पड़ता है.

राजधानी का हरमू इलाका,विद्या नगर,लोहारा कोचा सहित वार्ड 34 के कई इलाकों में पानी की घोर किल्लत हो गई है. लोग सुबह से ही पानी के लिए इंतजार करते हैं. लेकिन लोगों को पानी नहीं मिल पाता है. ऐसे में लोगों को पानी उपलब्ध कराने के लिए निगम की तरफ से वैकल्पिक व्यवस्था के रूप में टैंकर मुहैया कराया जाता है. लेकिन टैंकर से भी लोगों की जरूरतें पूरी नहीं हो पा रही है. क्योंकि राजधानी रांची में फिलहाल पर्याप्त मात्रा में पानी की टैंकर उपलब्ध नहीं है.

40 टैंकरों में महज 25 से 30 टैंकर से ही होता है काम

पानी की टैंकरों के आंकड़ों को देखें तो निगम के अनुसार कुल 40 टैंकर क्रियान्वित हो रही है लेकिन धरातल पर महज 25 से 30 टैंकर ही काम कर रहे हैं. कई टैंकर खराब पड़े हुए हैं तो कई टैंकरों में पानी का जमाव भी नहीं हो पा रहा है. जिस वजह से कई हजार लीटर पानी सड़क पर ही बर्बाद हो जाते हैं. कई टैंकरों के ढक्कन खुले हुए हैं तो कई टैंकरों में जंग लगने की वजह से लीकेज की समस्या हो रही है.

टैंकर चालक बृजेश बताते हैं कि उन लोगों को जहां भी पानी पहुंचाने का आदेश दिया जाता है. वह आदेश के अनुसार पानी पहुंचाने के लिए निकल जाते हैं लेकिन टैंकर खराब होने के कारण कई सौ लीटर पानी सड़क पर बर्बाद हो जाते हैं.


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