स्वास्थ्य मंत्री के दावों की खुली पोल : पटना के इस बड़े अस्पताल में सुविधाएं नदारद, लगातार पत्राचार के बाद भी नतीजा सिफर
PATNA : बिहार के डिप्टी सीएम और स्वास्थ्य मंत्री तेजस्वी यादव सूबे के अस्पतालों का लगातार निरीक्षण कर सुर्खियां बंटोर रहे हैं तो दूसरी तरफ स्वास्थ्य महकमे की कड़वी सच्चाई जानकर आप हैरान रह जाएंगे। जी हां, पूरा मामला बिहार की राजधानी पटना के एक बड़े अस्पताल की है, जहां रोजाना सैकड़ों लोग अपना इलाज कराने के लिए दूरदराज के इलाकों से आते हैं लेकिन यहां सुविधाएं नदारद हैं।
स्वास्थ्य मंत्री के दावों की खुली पोल
कोरोना काल में खुद को स्वस्थ बताने वाला बिहार का स्वास्थ्य महकमा खुद बीमार नजर आ रहा है। यही वजह है कि जब कशिश न्यूज़ की टीम पटना के न्यू गार्डिनर रोड अस्पताल का जायजा लेने पहुंची तो सारी सच्चाई खुल कर सामने आ गई। सच्चाई यह कि यहां कोरोना जांच के लिए किट ही मौजूद नहीं है।
लगातार 4 महीने से हो रहा पत्राचार
इतना ही नहीं, न्यू गार्डिनर रोड अस्पताल की ओर से विभाग को बीते 4 महीनों से चिट्ठियां लिखी जा रही हैं लेकिन नतीजा अबतक सिफर रहा है। स्वास्थ्य विभाग बस टका-सा जवाब दे रहा है कि जांच किट नहीं है। अब ऐसे में सवाल यह है कि न्यू गार्डिनर रोड अस्पताल में आने वाले आम लोग और खासतौर से क़ैदियों की कोरोना जांच कैसे होगी? अगर किट नहीं मिला तो बगैर जांच के क़ैदी जेल भेजे जाएंगे और फिर से अगर महमारी फैलती है तो इसके लिए दोषी कौन होगा? निश्चित तौर पर स्वास्थ्य महकमे को इस सवाल का जवाब देना होगा।
(पटना से अंकिता की रिपोर्ट)