बिहार शिक्षा विभाग के खिलाफ हल्लाबोल : भड़के शिक्षक नेता ने कर दी ये बड़ी मांग, कहा : नहीं चलेगी ये दोहरी नीति...विभाग को करना होगा ये काम


PATNA :बिहार में तीज और चौरचन जैसे महत्वपूर्ण त्योहार पर शिक्षकों को प्रशिक्षण देने को लेकर सवाल खड़े होने लगे हैं। एक तरफ जहां इन त्योहारों पर विद्यालयों में अवकाश घोषित किया गया है तो दूसरी तरफ टीचर्स को प्रशिक्षण देने का प्रोग्राम तय है, जिसे लेकर अब शिक्षक नेता भड़क गये हैं।
बिहार शिक्षा विभाग के खिलाफ हल्लाबोल
जी हां, तीज और चौरचन जैसे महत्वपूर्ण त्योहार के दिन शिक्षकों का प्रशिक्षण बंद कराने जाने की मांग शिक्षक नेता अमित विक्रम ने की है और कहा है कि बिहार शिक्षा विभाग की ये दोहरी नीति नहीं चलेगी कि एकतरफ तीज और चौरचन जैसे त्योहार पर स्कूलों में छुट्टियां घोषित की गई है, वहीं दूसरी तरफ शिक्षकों का प्रशिक्षण कार्यक्रम तय किया गया है।
शिक्षक नेता ने कर दी ये मांग
इसके साथ ही शिक्षक नेता अमित विक्रम ने कहा कि एकतरफ शिक्षा विभाग स्कूलों में संशोधित छुट्टियों की घोषणा करती है, जिसमें तीज औऱ चौरचन पर भी स्कूलों में छुट्टी दी जा रही है तो वहीं दूसरी ओर शिक्षा विभाग ही शिक्षकों के प्रशिक्षण कार्यक्रम की घोषणा कर रही है। अब ऐसे में समझ में नहीं आता है कि क्या स्कूल में अध्यापन और प्रशिक्षण दोनों अलग-अलग कार्य है?
कहा : नहीं चलेगी ये दोहरी नीति
इसके साथ ही शिक्षक नेता अमित विक्रम ने कहा कि तीज और चौरचन बिहार के महत्वपूर्ण त्योहार है। इसमें महिलाएं दिनभर उपवास में रहती हैं। ऐसे में इनदिनों प्रशिक्षण कार्यक्रम रखना समझ से परे है। ऐसा लगता है कि विभागीय पदाधिकारियों को जनभावना और लोकपर्वों का ख्याल नहीं है। ये नहीं चाहते हैं कि शिक्षक खुशी-खुशी अपने परिवार के साथ पर्व-त्योहार मनाएं। शिक्षकों को हमेशा तनावग्रस्त रखने की इनकी भावना है।
अमित विक्रम ने ये मांग की है कि तीज और चौरचन जैसे महत्वपूर्ण त्योहार पर प्रशिक्षण कार्यक्रम को बंद रखा जाए और छुट्टी की घोषणा की जाए।