अब बन्दर भी जायेंगे पार्क के अंदर : बन्दरो के आतंक से परेशान होकर आख़िरकार सरकार ने लिया फैसला
वन एवं पर्यावरण विभाग बिहार में बन्दरो के आतंक से परेशान होकर आख़िरकार अररिया जिले में मंकी पार्क बनाने का फैसला कर ही लिया है। बिहार सरकार में वन एवं पर्यावरण विभाग मंत्री नीरज कुमार बबलू ने यह जानकारी दी है। साथ ही उन्होंने बताया है की मंकी पार्क का निर्माण करीब 68 एकड़ भूमि पर होने जा रहा है। पार्क के अंदर बन्दरो के खाने पीने की व्यवस्था भी रहेगी। समय समय पर उनके स्वास्थ्य जाँच की भी सुविधा मौजूद रहेगी।
वन विभाग की टीम बंदरों को पकड़ कर इस पार्क में रखेगी और पार्क को इको टूरिज्म के लिए डेवेलप करने का प्लान बना चुकी है। करोड़ो रूपये की लागत से इस पार्क का निर्माण किया जायेगा इस पार्क का नाम फणीश्वर नाथ रेणु के नाम पर होगा । फणीश्वर नाथ रेणु प्रेमचंद के बाद आधुनिक हिंदी साहित्य के सबसे सफलतम और प्रभावशाली लेखकों में एक थे ।
फणीश्वर नाथ रेणु का जन्म बिहार के अररिया जिले के फारबिसगंज के नजदीक औराही हिंगना गांव में 4 मार्च 1921 को हुआ था। तब वह पूर्णिया जिले में था लेकिन अब यह अररिया जिले का हिस्सा बन गया है।
वहीँ बिहार सरकार रोहतास और कैमूर में भी इको टूरिज्म का निर्माण कराने जा रही है।