Bihar : साइबर क्राइम के अड्डे पर नवादा पुलिस की दबिश, दबोचे गए 11 साइबर क्रिमिनल्स, लोन दिलाने के नाम पर करते थे ठगी
NAWADA :ऑनलाइन धोखाधड़ी करके लोगों को ठग रहे साइबर अपराधियों पर नवादा पुलिस ने शिकंजा कसा है। साइबर थाना की पुलिस ने साइबर अपराधियों के अड्डे पर छापेमारी कर 11 साइबर अपराधियों को धर-दबोचा है।
साइबर थाना की पुलिस ने वारिसलीगंज थाना क्षेत्र के फ़तहा गांव, भेड़िया गांव और भवानी बीघा गांव में छापेमारी कर बगीचे और घर से 11 साइबर ठग को गिरफ्तार किया है। नवादा के जालसाजों द्वारा बगीचे में बैठ कर देश के विभिन्न हिस्सों के लोगों से सस्ते दर पर लोन आदि के नाम पर ठगी की वारदात को अंजाम दे रहे थे।
साइबर थाना की पुलिस के हत्थे चढ़े सभी साइबर ठग वारिसलीगंज थाना क्षेत्र के फतहा गांव के बाढ़ो साव का पुत्र जितेंद्र कुमार, बसंत यादव का पुत्र पवन कुमार, सरयुग यादव का पुत्र मुद्रिका कुमार, लल्लू कुमार, राजनीति सिंह का पुत्र दीपक कुमार, प्रकाश मिस्त्री का पुत्र पप्पू कुमार, पवन सिंह का पुत्र सूरज कुमार, श्याम सुंदर यादव का पुत्र नवलेश कुमार भेड़िया गांव के प्रेमन चौधरी का पुत्र छोटू कुमार, मिनते चौधरी का पुत्र अजीत कुमार भवानी बीघा गांव का धर्मेंद्र कुमार का पुत्र मुकेश कुमार शामिल है।
बताया जाता है कि गिरफ्तार सभी साइबर ठग पिछले कई वर्षों से साइबर ठगी के धंधे में लिप्त थे। पुलिस ने छापेमारी कर मौके से 22 एंड्रॉयड मोबाइल, 1 लैपटॉप, 33 पन्ने का डाटाशीट और एक रजिस्टर को जब्त किया है, जिसमें विभिन्न मोबाइल नंबर के साथ-साथ लेनदेन का हिसाब लिखा हुआ मिला है।
गिरफ्तार सभी साइबर ठग से साइबर थाना की पुलिस गहन पूछताछ में जुटी है। इनके पास से बरामद दस्तावेजों व मोबाइल की जांच की जा रही है। बता दें कि जिले का पकरीबरावां अनुमंडल साइबर अपराध का गढ़ माना जाता है। इस अनुमंडल में स्थित वारिसलीगंज थाना क्षेत्र साइबर का हॉट स्पॉट बना हुआ है। वारिसलीगंज के दर्जनों गांव साइबर अपराधियों का पनाहगाह बने हैं।
शातिरों से पूछताछ में गिरोह में शामिल अन्य के तार जुड़ते गए पुलिस इनके गिरोह के अन्य सदस्यों की तलाश कर रही है। साइबर डीएसपी प्रिया ज्योति ने आमजन से अपील की है। इन दिनों साइबर अपराध इतने तेजी से बढ़ गए है। किसी को भी लोभ या लालच देकर इसका शिकार बनाया जा सकता है। इससे बचने के लिए सभी लोगों को थोड़ी सावधानी बरतने की जरूरत है। खरीददारी पर छूट का वादा करने वाले एप से भी सावधान रहें मेल, सोशल मीडिया आदि में किसी भी लिंक पर क्लिक करने से बचें। मोबाइल और नेट बैंकिंग सेवाओं के लिए मजबूत पासवर्ड का प्रयोग करें। अविश्वसनीय वेबसाइट के लिंक पर क्लिक न करें किसी से भी ओटीपी साझा न करें।