नैक मूल्यांकन नहीं होने पर हो सकता आर्थिक नुकसान : राज्य के सभी कॉलेज और यूनिवर्सिटी में UGC के नियमों के मुताबिक नैक मूल्याकंन कराना अनिवार्य
रांची: यूजीसी के नियमानुसार2023तक सभी कॉलेज और विश्वविद्यालय को नैक मूल्यांकन कराना जरूरी है. झारखंड के सभी सरकारी कॉलेज और विश्वविद्यालयों में इस मूल्यांकन को लेकर अभी गतिविधियां कम दिखाई देती है. नैक मूल्यांकन नहीं कराने वाले विश्वविद्यालय और कॉलेजों को आर्थिक नुकसान का सामना करना पड़ेगा.
राज्य के सरकारी विश्वविद्यालयों में नैक मूल्यांकन को लेकर तस्वीर बहुत बेहतर दिखाई नहीं दे रही है. झारखंड का सबसे पुराना विश्वविद्यालय रांची विश्वविद्यालय नैक मूल्यांकन को लेकर तैयारियां शुरू कर दी है. रांची विश्वविद्यालय के कुलसचिव डॉ मुकुंद चंद्र मेहता ने बताया कि पिछले बार की तुलना में ग्रेडिंग और बेहतर होगी. रांची विश्वविद्यालय के नैक मूल्यांकन को लेकर विश्वविद्यालय प्रशासन लगातार चीजों को बेहतर करने का प्रयास कर रही है.
गौरतलब है कि नई शिक्षा नीति के तहत विश्वविद्यालय और कॉलेजों को नैक मूल्यांकन के ग्रेडिंग के आधार पर फंड मिलते हैं जिससे विश्वविद्यालय और कॉलेजों का विकास होता है. रांची विश्वविद्यालय का नैक मूल्यांकन की अवधि2021में ही समाप्त हो गई है. रांची विश्वविद्यालय को पिछली बार नैक मूल्यांकन मेंB +मिला था.