महिला की हत्या कर डकैती करने वाले गैंग का पर्दाफाश : रामगढ़ पुलिस ने 3 आरोपियों को दबोचा
रामगढ़ : बड़ी खबर रामगढ़ से है जहां विद्यानगर में दिनदहाड़े महिला की हत्या कर डकैती मामले में पुलिस ने 3 आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया है. 4 दिन पूर्व रामगढ़ के विद्यानगर में सेवानिवृत रेलवेकर्मी के घर में डकैती की घटना हुई थी.
मामले में एसपी ने अपने कार्यालय कक्ष में प्रेस वार्ता में बताया कि आर्थिक तंगी के कारण एक सगी बहन ने अपने ही बहन के घर को निशाना बनाया और अपने बहन की सास की हत्या कर दी. इस घटना ने रिश्ते को तोड़कर तार तार कर दिया.ज्ञात हो कि चार दिन पूर्व सुबह करीब 09:00 बजे रामगढ़ विद्यानगर में सेवानिवृत रेलवेकर्मी अशफी प्रसाद के घर में अपराधकर्मी घुस कर उनकी पत्नी सुशीला प्रसाद की हत्या कर नकदी एवं आभूषण लूट कर साक्ष्य को छुपाने के उद्देश्य से घर में आगजनी कर सनसनी खेज घटना को अंजाम दिया. घटना के बाद रामगढ़ में धारा-394/302/436/448/427 के विरूद्ध अज्ञात अपराधकर्मियों के पंजीकृत कर अनुसंधान शुरु किया गया.
पुलिस अधीक्षक रामगढ़, डॉ० बिमल कुमार के द्वारा घटना की संवेदनशीलता एवं गम्भीरता को ध्यान में रखते हुए इसे चुनौती के रूप में स्वीकार करते हुए स्वयं के नियमित, सतत एवं निकट निगरानी में काण्ड का उदभेदन, अभियुक्तों की गिरफ्तारी एवं लूटे गये सम्पति तथा घटना में प्रयुक्त सामानों की बरामदगी हेतु अनुमण्डल पुलिस पदाधिकारी रामगढ़, परमेश्वर प्रसाद के नेतृत्व में एक एस०आई०टी० टीम का गठन किया गया. पुलिस अधीक्षक रामगढ़ को प्राप्त गुप्त सूचना पर तकनीकि एवं वैज्ञानिक साक्ष्यों को संकलन किया गया. साक्ष्यों के आधार पर करीब 72 घंटे में इस काण्ड का उद्भेदन करते हुये काण्ड में शामिल मुख्य साजिशकर्ता कुमारी स्नेहा एवं उनके पति आरिफ नैयर उर्फ आर्या के अलावे काण्ड में शामिल एक अभियुक्त को पकड़ा गया. गिरफ्तार अभियुक्तों से पूछताछ के क्रम में अपना-अपना अपराध स्वीकार किये एवं उन लोगों के निशानदेही पर हत्या कारित करने में प्रयुक्त चाकू, लूटे गये जेवरात, घटनास्थल में इस्तेमाल किया गया. वाहन, मोबाइल फोन, घटना के समय पहना गया जूता, सीसीटीवी का डीवीआर एवं अन्य सामानों को बरामद किया गया. उक्त घटना के पीछे का मूल कारण इनकी आर्थिक तंगी और बहुत आसानी से मृतिका के घर से भारी मात्रा में जेवरात / पैसा प्राप्त होने की संभावना है. आपसी रंजिश एवं बदले की भावना से मृतिका की बहू की बहन एवं उसके दूसरे पति के द्वारा अपने सहयोगियों के साथ योजनाबद्ध तरीके से घटना को अंजाम दिया गया एवं साक्ष्य मिटाने के उददेश्य से आगजनी की घटना की गई. परन्तु उसकी चालाकी सफल नहीं हो सकी और वे गठित एस०आई०टी० टीम की तत्परता से 72 घण्टे में पकड़े गये.