घाटे के साथ KSDSU का बजट पेश : राज्यपाल ने संस्कृत के विलुप्त होने पर जतायी चिंता, दिया ये बड़ा सुझाव
DARBHANGA : बिहार के राज्यपाल राजेन्द्र विश्वनाथ आर्लेकर दो दिवसीय दौरे पर मंगलवार को दरभंगा पहुंचे, जहां भारी सुरक्षा और पुलिस व्यवस्था के बीच संस्कृत विश्वविद्यालय के दरबार हॉल में सीनेट की बैठक में हिस्सा लिया। सीनेट की बैठक में 4 अरब से ज्यादा का बजट का प्रस्ताव ध्वनिमत से पास किया गया। खास बात यह है कि विश्वविद्यालय की आमदनी तकरीबन दो अरब की है यानी दो अरब से अधिक के घाटे का यह बजट रहा।
इससे पहले सीनेट बैठक के दौरान अपने संबोधन भाषण में राज्यपाल राजेन्द्र विश्वनाथ आर्लेकर ने संस्कृत भाषा के विलुप्त होने पर न सिर्फ चिंता जताई बल्कि संस्कृत भाषा के प्रचार-प्रसार और उत्थान के लिए कई उपाय भी बताए। इन सबमें उन्होंने महत्वपूर्ण बातें यह कही कि विश्वविद्यालय अपने सभी कामकाजों में संस्कृत भाषा का प्रयोग करें ताकि आनेवाले समय में यहां सभी जगहों पर न सिर्फ बोलचाल की भाषा संस्कृत में दिखने लगेगी बल्कि यहां सभी तरह के लिखित कामकाज भी संस्कृत में खुद-ब-खुद हो जाएगी।
वहीं, कामेश्वर सिंह संस्कृत विश्वविद्यालय के कुलपति लक्ष्मी निवास पाण्डेय ने बताया कि 4 अरब से ज्यादा का बजट पेश किया गया। इस बजट में विश्वविद्यालय की आय मात्र दो अरब के आसपास ही है। शेष घाटे का ही बजट पास किया गया है। इसके अलावा उन्होंने कुलाधिपति द्वारा संस्कृत भाषा को बढ़ाने और संरक्षित करने की पहल की सराहना करते हुए कहा कि विश्वविद्यालय में इसपर अमल तो किया जाएगा। साथ ही जितने सीनेट के मेंबर हैं, उन सभी के इलाके में भी विशेष कैंप कर संस्कृत भाषा को बढ़ाने और प्रशिक्षण देने का काम किया जाएगा।