नियोजित शिक्षकों का क्या होगा ! : सक्षमता परीक्षा में असफल शिक्षकों की नौकरी का फैसला केके पाठक की टीम करेगी..
PATNA:-बिहार में करीब 4 लाख नियोजित शिक्षकों को राज्यकर्मी का दर्जा देने के लिए बिहार विद्यालय परीक्षा समिति सक्षमता परीक्षा ले रही है.इसके लिए ऑनलाइन आवेदन शुरू हो गया है.सभी नियोजित शिक्षकों को तीन सक्षमता परीक्षा पास करने के लिए तीन अवसर दिये जायेगें.इस परीक्षा में पास करने वाले नियोजित शिक्षकों को राज्यकर्मी का दर्जा देते हुए वैकल्पिक तीन जिलों में से किसी एक जिले के किसी स्कूल में पदस्थापित किए जायेंगे. तीन जिलों के विकल्पों की वजह से शिक्षक संघ इसका विरोध कर रहा है और नियोजित शिक्षकों से आवेदन नहीं करने को कह रहा है.
ऐसे में अगर कोई भी नियोजित शिक्षक सक्षमता परीक्षा के लिए ऑनलाइन आवेदन नहीं करता है या तीन बार में भी परीक्षा पास नहीं करता है तो वैसे नियोजित शिक्षकों के साथ शिक्षा विभाग और सरकार क्या करेगी,शिक्षा विभाग इस पर विचार कर रहा है और इसके लिए एसीएस केके पाठक की अध्यक्षता में कमिटि बनाई गयी है जो एक सप्ताह में अपना रिपोर्ट देगी और फिर सरकार इस पर विचार करेगी.इस कमिटि को लेकर शिक्षा विभाग के प्रशासन निदेशक सह अपर सचिव सुबोध कुमार चौधरी ने अधिसूचना जारी कर दी है.
इस अधिसूचना के अनुसार बिहार विद्यालय विशिष्ट शिक्षक नियमावली 2023 के नियमावली 2023 के नियम 4 में स्थानीय निकाय शिक्षकों के सक्षमता परीक्षा के संबंध में 'वैसे शिक्षकों जो इस परीक्षा में शामिल नहीं होते हैं,अथवा सीसरे प्रयास में भी सक्षमता परीक्षा उतीर्ण होने मं विपल रहेंगे का मामला विभाग द्वारा अलग से विचार किया जाएगा.विभाग ऐसे सभी स्थानीय निकाय शिक्षकों के मामले पर विचार करने हेतु एक समिति का गठन करेगा ' से संबंधित प्रावधान है.
उक्त प्रावधान एवं इस नियमावली के नियम 13 में प्रदत्त शक्ति के आलोक में अपर मुख्य सचिव के अध्यक्षता में कमिटि का गठन किया गया है.इसमें माध्यमिक शिक्षा निदेशक सचिव की भूमिका में होंगे जबकि बिहार विद्यालय परीक्षा समिति के अध्यक्ष,प्राथमिक शिक्षा निदेशक और राज्य शिक्षा शोध एवं प्रशिक्षण परिषद के निदेशक सदस्य के रूप में कार्य करेंगे और यह कमिटि एक सप्ताह के अंदर अपनी अनुशंसा देगी.
बताते चलें कि नीतीश कैबिनेट ने ये प्रसातव पारितकिया था कि सक्षमता परीक्षा पास करने के बाद नियोजित शिक्षकों को राज्यकर्मी का दर्जा दिया जायेगा.इसके लिए तीन अवसर दिये जायेंगे ,पर तीन अवसरों के बाद भी कोई नियोजित शिक्षक य़े परीक्षा पास नहीं करता तो तो वैसे शिक्षकों की नौकरी जायेगी या फिर उनका आगे क्या होगा.इसका फैसला शिक्षा विभाग आगे करेगा.इसी फैसले पर विचार के लिए केके पाठक की अध्यक्षता में कमिटि बनाई गई है.इस कमिटि की पहली बैठक आज ही होने जा रही है.