कब बदलेगी सूतापट्टी की सूरत : भारी राजस्व देने के बाद भी सुविधाएं नदारत, पढ़िए पूरी खबर
मुजफ्फरपुर: मुजफ्फरपुर उत्तर बिहार का प्रमुख शहर है यु तो ये शाही लीची के लिए काफी प्रसिद्ध है लेकिन इसके अलावा ये एक और खासियत के लिए मशहूर है वो है कपडा व्यवसाय,,,,और इसका प्रमुख केंद्र है सूतापट्टी,,,शहर के बीचोबीच स्थित इस कपडे की मंडी में कई सारे थोक और खुदरा दुकाने है ,,,लोग भी बिहार के अलग अलग हिस्सों से यहाँ खरीददारी करने आते है लेकिन यहां आने के बाद जितनी वेराइटी अवसर अलग अलग दुकानों में मिलती है उतनी ही ज़्यादा दिक्कत और असुविधा यहाँ की तंग गलियों में दिखती है,,,,एक ओर जहां इसे हेरिटेज घोषित करने की बात हो रही है वहीं दूसरी ओर सरकारी उदासीनता सूतापट्टी के समृद्ध इतिहास को नज़रअंदाज़ कर रही है ,,,,
जब कशिश की टीम इस मशहूर लेकिन तंग गलियों का ज़ायज़ा लेने पहूची तो यहां के व्यवसाई हसरतभरी निगाहों से देखने लगे की अब हमारी इस लम्बे आरसे से चले आ रहे मांग और समस्या को एक बार फिर आवाज़ मिलेगी,,,,हलाकि यहां के विकास की बात सालों साल से होती आ रही है चुनवी मुद्दा भी कई बार बना मुजफ्फरपुर स्मार्ट सिटी के कतार में भी खड़ा हुआ लेकिन बावजूद इसके सूतापट्टी की सूरत बदल न सकी,,,ऐसे में यहां के व्यवसाइयों की सिस्टम से शिकायत लाज़मी है.
ये सूतापट्टी की एक प्रमुख दूकान है एच बी रीटेल्स जिसका है हनुमान प्रसाद बिहारीलाल दूकान के संचालक जानकी टिकमानी बताते है कि 50 से 60 साल पुरानी इनकी दूकान है और लम्बे समय से सूतापट्टी की विकास की बाते सुनते आ रहे है यहां से करोड़ो का व्यवसाय होता है सरकार को काफी राजस्व भी मिलता है लेकिन लेकिन अब तक यहां सरकार की नज़रे इनायत नहीं हुई.अब आइये ज़रा इनकी दूकान की खासियत भी आपको बता देते है टिकमानी जी बताते है कि एच बी रीटेल्स का व्यापार का अलग तरीका है यहां ग्राहकों के लिए खास व्यवस्था की गई है,,,
यहां उत्पादक से उपभोक्ता तक सीधा सम्बन्ध स्थापित करवाते है जिससे ग्राहकों को काफी फायदा मिलता है इतना ही नहीं यहाँ अलग अलग वेराइटी के लिए अलग अलग सेक्शन बनाये गए है जिससे ग्राहकों को कोई परेशानी न हो,,,,पहले यहां केवल थोक कारोबार ही होता था लेकिन अब खुदरा कारोबार होने से ग्राहकों को सुविधा मिल रही है,,,,अलग अलग ज़िलों से आये ग्राहकों का मानना है यहां उचित दर पर व्यापक रेंज मिल जाता है इसलिए एच बी रीटेल्स हमारी पहली पसंद है,,,,एच बी रेटेल्स में जहां अलग अलग वेराइटी की साड़ियां सलवार सूट, सूटिंग्स शीर्टिंग्स, वेडिंग स्पेशल कलेक्शन्स के साथ मेंस वियर की विशाल रेंज उपलब्ध है वही किड्स और रेडीमेड सेक्शन भी एक ही छत के नीचे उपलब्ध है।
कुल मिलकर देखा जाए तो सूतापट्टी की सूरत बदलने का इंतज़ार वर्षों से लोगो को है लेकिन बार बार इसकी अनदेखी की गई है,,,,इस उपेक्षा से आमलोग तो नाराज़ है ही व्यापारियों को भी काफ़ी परेशानी होती है,,,,नेताओं के चुनावी वादे और प्रशासनिक अधिकारियों के दिलासे के भरोसे अब लोग इंतज़ार करने के मूड में नहीं है.ऐसे में अब सरकार को भी भारी राजस्व देने वाले सूतापट्टी की सुध लेनी चाहिए।
अमित सिंह की रिपोर्ट