झारखंड विधानसभा : हजारीबाग रामनवमी जुलूस को राजकीय महोत्सव का दर्जा देने की मांग, विधायक प्रदीप प्रसाद ने विधानसभा में उठाया मुद्दा


RANCHI : झारखंड विधानसभा के बजट सत्र का 15वां दिन कई महत्वपूर्ण मुद्दों पर चर्चा के लिए रहा, जिसमें विभिन्न विधायकों ने अपने-अपने क्षेत्र की समस्याओं और मांगों को सदन में उठाया। शून्य काल की कार्यवाही के दौरान हजारीबाग से बीजेपी विधायक प्रदीप प्रसाद ने रामनवमी जुलूस को लेकर एक अहम मुद्दा उठाया। विधायक ने बताया कि हजारीबाग रामनवमी का जुलूस देश और दुनिया में अपनी खास पहचान रखता है, इस जुलूस में हर साल चार लाख से अधिक लोग जिनमें देश-विदेश के राम भक्त शामिल होते हैं एकत्रित होते हैं। उन्होंने कहा कि यह जुलूस न केवल धार्मिक महत्व रखता है बल्कि स्थानीय समाज और संस्कृति को भी एकता और भाईचारे के प्रतीक के रूप में प्रस्तुत करता है।
प्रदीप प्रसाद ने यह भी बताया कि प्रशासन की तरफ से इस जुलूस के दौरान डीजे बजाने की अनुमति देने में बड़ी समस्याएं आती हैं, उन्होंने उदाहरण देते हुए कहा कि अन्य त्योहारों जैसे सरहुल और करम पूजा के दौरान डीजे बजाने की अनुमति आराम से मिल जाती है लेकिन रामनवमी के जुलूस में इस पर लगातार परेशानी होती है। उनका कहना था कि रामनवमी जुलूस में आने वाले श्रद्धालु और भक्त इस परेशानी से परेशान होते हैं और यह उनके धार्मिक उत्साह को भी प्रभावित करता है।
इस मुद्दे को उठाते हुए विधायक प्रदीप प्रसाद ने सरकार से अनुरोध किया कि हजारीबाग रामनवमी जुलूस को एक राजकीय महोत्सव का दर्जा दिया जाए, उन्होंने कहा कि अगर इसे राजकीय महोत्सव का दर्जा मिल जाता है तो न केवल प्रशासन की तरफ से बेहतर सहयोग मिलेगा बल्कि यह आयोजन और भी धूमधाम से आयोजित किया जा सकेगा जिससे लाखों राम भक्त इस धार्मिक पर्व को और अधिक श्रद्धा और उल्लास के साथ मना सकेंगे।
साथ ही विधायक जयराम ने विधानसभा में प्रवासी मजदूरों का मुद्दा भी उठाया उन्होंने सुझाव दिया कि अगर राज्य सरकार किसी अन्य स्थान पर काम करने के लिए प्रवासी मजदूरों को अनुबंधित करती है और वहां उनकी मृत्यु हो जाती है तो उन्हें 10 लाख रुपये का मुआवजा दिया जाए। जयराम ने यह भी कहा कि यह कदम मजदूरों के परिवारों को सहारा देने के लिए बेहद जरूरी है ताकि उनकी कठिन परिस्थितियों में मदद मिल सके। विधायकों द्वारा उठाए गए इन मुद्दों ने विधानसभा की कार्यवाही को और भी दिलचस्प बना दिया और इस दौरान सरकार से जल्द सकारात्मक कार्रवाई की उम्मीद जताई गई।
(संवाददाता राहुल कुमार की रिर्पोट)