Amit Shah Rally : झंझारपुर में अमित शाह ने भरी हुंकार, कहा : नीतीश-लालू ने जारी किया फतवा, जनता ने लगा दिए होश ठिकाने

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JHANJHARPUR ME AMIT SHAH KI HUNKAR JHANJHARPUR ME AMIT SHAH KI HUNKAR

Amit Shah Railly : केन्द्रीय गृहमंत्री अमित शाह की हुंकार एकबार फिर पूरा बिहार सुना। जी हां, अमित शाह ने आज झंझारपुर में बीजेपी की विशाल रैली को संबोधित किया और विरोधियों पर तीखा हमला किया। बीजेपी के "चाणक्य" कहे जाने वाले अमित शाह ने अपने भाषण की शुरुआत "सीता मैया" से की।


मिथिला की धरती को शाह का नमन

इसके साथ ही अमित शाह ने इस धरती को नमन करते हुए कहा कि ये भूमि महान विद्यापति, मंडन मिश्र, जननायक कर्पूरी ठाकुर और पंचानन झा जैसे वीरों की भूमि है। इन्हें मैं नमन करता हूं। इसी धरती ने मधुबनी पेंटिंग के जरिए न सिर्फ मिथिलांचल बल्कि पूरे देश को गौरवांवित किया है।


नीतीश-लालू की जोड़ी ने जारी किया फतवा

केन्द्रीय गृहमंत्री अमित शाह ने बिहार सरकार पर बरसते हुए कहा कि कुछ दिनों पर नीतीश और लालू की जोड़ी ने बिहार में फतवा जारी किया कि प्रदेश में रक्षाबंधन और जन्माष्टमी की छुट्टी नहीं होगी लेकिन बिहार की जनता ने जो आक्रोश दिखाया, उससे इनके होश ठिकाने आ गये।

इसके साथ ही अमित शाह ने कहा कि साल 2024 में आगामी लोकसभा चुनाव होने वाली है। मैं बिहार की जनता को धन्यवाद कहना चाहता हूं कि 2014 में 40 फीसदी वोट और 31 सीटों के साथ नरेन्द्र मोदी जी को प्रधानमंत्री बनाया था इसलिए बिहार की जनता को बहुत-बहुत धन्यवाद।


इसके साथ ही साल 2019 में भी 53 प्रतिशत वोट और 39 सीटें देकर आपने फिर से नरेन्द्र मोदी को प्रधानमंत्री बनाया। अमित शाह ने हुंकार भरते हुए कहा कि झंझारपुर की इस सभा में जुटी भीड़ को देखकर मुझे पूरा विश्वास है कि इसबार बिहार की जनता पुराने रिकॉर्ड को तोड़ते हुए 39 सीट की जगह 40 की 40 सीट NDA और बीजेपी जीतने जा रही है।

मोदी सरकार की उपलब्धियों का बखान

अमित शाह ने मोदी सरकार की उपलब्धियों का बखान करते हुए कहा कि जब चंद्रयान-2 चंद्रमान पर उतरा तो पूरा देश गौरवांवित हुआ था। इसके साथ ही उन्होंने जी-20 नई दिल्ली घोषणा-पत्र का भी जिक्र किया और कहा कि ये मोदी सरकार की बड़ी कामयाबी है, जिसे पूरा विश्व मानने को तैयार है। दुनिया के सारे देश भारत के साथ व्यापार करने के लिए लालायित हैं। इसके साथ ही उन्होंने कहा कि जी-20 में मधुबनी पेंटिंग के साथ-साथ नालंदा यूनिवर्सिटी की पहचान को विशिष्ट स्थान मिला।