झामुमो का 44 वां स्थापना दिवस : मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन और शिबू सोरेन की उपस्थिति में स्थापना दिवस में 47 प्रस्ताव हुए पारित
दुमका:झारखंड मुक्ति मोर्चा का दुमका में गुरुवार को 44 वां स्थापना दिवस समारोह का आयोजन किया गया. कार्यक्रम स्थल पर मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने सभा को संबोधित किया. स्थापना दिवस में 47 राजनीतिक प्रस्ताव पारित किये गये. सीएम हेमंत सोरेन और शिबू सोरेन की मौजूदगी में पारित प्रस्ताव में 1932 के खतियान आधारित स्थानीयता घोषित करने और झारखंड में तृतीय व चतुर्थ वर्गीय कर्मचारी के पद को पूर्णरुपेण स्थायी निवासी के वंशजों के लिए आरक्षित किये जाने की मांग रखी गयी. साथ ही सीएनटी-एसपीटी एक्ट को सख्ती से लागू करने और सीएए और एनआरसी को राज्य से खारिज करने की बात कही गई.
प्रमंडलीय संयोजक सह झामुमो के केंद्रीय महासचिव विजय कुमार सिंह ने सभा का संचालन करते हुए इन प्रस्तावों को पढ़ा. मंच पर उपस्थित नेताओं एवं गांधी मैदान सभा में जुटे लोगों ने इन प्रस्तावों पर मुहर लगाई. झामुमो ने इसी दिन 1978 में अलग झारखंड राज्य की स्थापना के लिए दुमका में पहली सभा की थी. उस साल से ही हर बार झामुमो इस मंच से प्रस्ताव पारित कर सरकार तक अपनी बात पहुंचाती रही है. सत्ता में रहने के बावजूद झामुमो ने अपनी इस परिपाटी को नहीं बदला. स्थापना दिवस समारोह में शामिल होने के लिए सांसद विजय हांसदा व विधायक बसंत सोरेन के नेतृत्व में एसपी कॉलेज मैदान दुमका से रैली निकाली गई. रैली में झामुमो कार्यकर्ता तीर-धनुष,ढोल-मांदर के साथ शामिल हुए.
झामुमो का 44 वां झारखंड दिवस पर गुरुवार को दुमका में विशाल रैली निकाली गई. एसपी कॉलेज मैदान से रैली आयोजन स्थल गांधी मैदान करीब 3 किलोमीटर की पैदल यात्रा कर पहुंची. रैली का नेतृत्व राजमहल सांसद विजय हांसदा,दुमका विधायक बसंस सोरेन और लिट्टीपाड़ा विधायक दिनेश विलियम मरांडी ने किया.
परंपरागत वाद्य यंत्र और हाथों में झंडा लिये बड़ी संख्या में लोग शामिल थे. एसपी कॉलेज से निकली यह रैली सबसे पहले पोखरा चौक पहुंची जहां अमर शहीद सिदो कान्हू की प्रतिमा पर सांसद विधायक समेत बड़ी संख्या में पार्टी कार्यकर्ताओं ने माल्यार्पण किया.
मुख्य मंत्री हेमंत सोरेन कार्यक्रम में शिरकत करने दुमका पहुंचे और अपने आवास में आम लोगों से सीधा संवाद किया. गांधी मैदान में कार्यक्रम में जाने से पहले सीएम ने अपने आवास में आमलोगों को संबोधित करते हुए कहा कि जनता हमारे लिए सर्वोपरि है और जनहित से जुड़े मसलों को निराकरण करना हमारी पहली प्राथमिकता है.
आमलोग अपनी समस्याओं को सरकार के समक्ष सीधा रख सकते हैं. सीएम अपने खिजुरिया आवाज में आमलोगों की कई समस्याओं को गंभीरता से सुना और मौके पर ही अधिकारियों को निर्देश दिया.