झारखंड में जंगली हाथियों का कहर जारी : उपचार के लिए अस्पताल में भर्ती घायल महिला

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Injured woman admitted to hospital for treatment Injured woman admitted to hospital for treatment

सरायकेला-चांडिल वन क्षेत्र के झिमड़ी गांव में एक जंगली हाथी ने बीते रात को बुलु महतो के घर पर हमला कर दिया, जिससे घर की दीवार और छत गिर गई। इस घटना में एक महिला घायल हो गई, जिसे आज सुबह उपचार के लिए नीमडीह समुदायिक स्वास्थ्य केंद्र लाया गया है।


घरों को और अनाज को अपना निवाला बना रहे हाथी- प्रमोद कुमार शर्मा

अखिल भारतीय मानव अधिकार संघ अध्यक्ष प्रमोद कुमार शर्मा ने कहा कि लगातार हाथी द्वारा मानव ओर उनके बनाए घरों को निशाना बनाया जा रहा। हाथी घरों को क्षतिपूर्ति करना और रखे अनाज को अपना निवाला बना रहे। वन विभाग द्वारा ग्रामीणों को फ़टाके ओर टंच लाइट देने की दावा करना सरासर गलत हे। केंद्र सरकार ओर राज्य सरकार द्वारा करोड़ों रुपया मुहैया प्रति वर्ष वन एंब पर्यावरण विभाग को करते हे। जंगल ओर जंगली जीव जन्तु की संरक्षण परंतु गांव में हाथी विचरन करना उपद्रव मचाने की बाते आम हो गई है। जंगल के बीच ईट का भटा पत्थर की खदान ओर ब्लास्टिंग करने से जंगली जीव जंतु गांव में प्रवेश कर जाते हे।

ग्रामीणों की गलती के कारण गांव पहुंच रहे हैंहाथी-विश्वरंजन महतो

विश्वरंजन महतो, झामुमो नेता ने कहा ग्रामीणों की गलती के कारण आज जंगल की कटाई ओर जंगल के बीच घर बनना और विकास होने के कारण आज हाथी डाइवेट होकर गांव पहुंच जाते हे। अयोध्या पहाड़ में पवार प्लांट और पर्यटकों को बढ़ाव देना साथ दलमा सेंचुरी में पर्यटकों के नाम पर बड़े-बड़े घर बनना से उनका कॉरिडोर से भटक जाना आम बाते हो गया। आज इसके जिम्मेदार हमलोग खुद हैं।


5000 रुपये की आर्थिक सहायता

मंगलवार की रात्रि 2 बजे 30 मिनट के आसपास हाथी ने घर को अपना निशाना बनायाऔर घर को क्षतिग्रस्त कर दिया। मिट्टी और छत से बांस-काठ गिरने से महिला घायल हो गई। बताया जा रहा हैं कि महिला के सिर और चेहरे पर चोट लगी है।महिला का इलाज नीमडीह के चिकित्सक के देखरेख में चल रहा है। चांडिल वन क्षेत्र के फॉरेस्टर ने इलाज हेतु नगद 5000 रुपये की आर्थिक सहायता प्रदान की। इसके अलावा,घायल महिला का एक्स-रे भी कराया गया है।

वन विभाग ने घटना की जांच शुरू कर दी है और आगे की कार्रवाई के लिए योजना बना रही है। वन विभाग का उद्देश्य है कि ऐसी घटनाओं को रोका जा सके और ग्रामीणों की सुरक्षा सुनिश्चित की जा सके।