अनोखी ट्रेनिंग : ज्ञान की धरती पर अनोखा स्कूल.. सैकड़ों बच्चों की एक लिखावट..

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EK SCHOOL KE HUNDREEDS STUDENTS KI LIKHAWAT EK HI TARAH. EK SCHOOL KE HUNDREEDS STUDENTS KI LIKHAWAT EK HI TARAH.

GAYA:- बिहार के गया जिले के नीमचक बथानी प्रखंड के झरना सरेन गांव में संचालित गौतम बुद्ध शिक्षण संस्थान विद्यालय एक अनोखा विद्यालय है. इसका मुख्य कारण यह है कि इस स्कूल में पढ़ने वाले सभी बच्चों की हैंडराइटिंग एक समान है. सुनने पर विश्वास नहीं होता? लेकिन यह सत्य है. देखने के बावजूद भी लोग हैरान रह जाते हैं. क्योंकि वास्तव में यहां सभी बच्चों की हैंडराइटिंग एक समान है. यह विद्यालय विगत 22 वर्षों से संचालित है, जो गया जिला मुख्यालय से लगभग 60 किलोमीटर दूर सुदूरवर्ती क्षेत्र में संचालित है.

इस विद्यालय के प्रधानाचार्य चंद्रमौली प्रसाद बताते हैं कि वर्ष 2000 में उन्होंने गौतम बुद्ध शिक्षण संस्थान नामक विद्यालय की शुरुआत की थी. जो अब तक चल रहा है. इस विद्यालय में प्रतिवर्ष एक सौ बच्चों का ही नामांकन कराया जाता है. विद्यालय में 5 कमरे हैं और बच्चों को पढ़ाने के लिए 4 शिक्षक हैं. उन्होंने कहा कि सबसे खास बात किया है कि यहां पढ़ने वाले सभी बच्चों की हैंडराइटिंग एक समान है, जो देखने में काफी खूबसूरत और स्वच्छ है. बच्चों की हैंडराइटिंग एक तरह की हो, इसके लिए यहां के शिक्षकों द्वारा विशेष रूप से प्रशिक्षण दिया जाता है. हैंडराइटिंग सुंदर और साफ दिखे इसके लिए शिक्षक बहुत मेहनत करते हैं. विद्यालय के बच्चे भी शिक्षकों के दिशा-निर्देश अनुसार काफी मेहनत करते हैं. जिसकी वजह से यहां पढ़ने वाले सभी बच्चों की हैंडराइटिंग एक समान दिखती है. उन्होंने कहा कि शुरुआती दौर में बच्चों को स्लेट और पेंसिल देखकर पढ़ाया जाता है. इसके बाद कटपेंसिल और कॉपी दी जाती है. बच्चों के परिपक्व हो जाने के बाद उन्हें कलम और कॉपी पर विशेष रूप से राइटिंग सुधारने को लेकर तैयार किया जाता है. जिसके बाद सभी बच्चों की हैंडराइटिंग एक जैसी दिखती है. जिन लोगों को यह बात पता चलती है, उन्हें विश्वास नहीं होता। लेकिन यहां आकर देखने पर लोग हैरान रह जाते हैं और विश्वास भी करते हैं.

यही वजह है कि नीमचक बथानी प्रखंड से लेकर मगध प्रमंडल के कमिश्नर कार्यालय तक बच्चों की हैंडराइटिंग एक समान होने को लेकर प्रशस्ति पत्र भी दिया जा चुका है. प्रशासनिक अधिकारियों ने विद्यालय को आर्थिक मदद के लिए राज्य सरकार को लिखा भी है, लेकिन अब तक कोई मदद नहीं मिल सकी है. उन्होंने कहा कि यहां वर्ग 1 से पांचवी तक बच्चों को बेसिक शिक्षा दी जाती है. हिंदी, इंग्लिश, गणित और साइंस विषय की पढ़ाई बच्चों को कराई जाती है. सभी विषयों में बच्चों की हैंड राइटिंग एक समान ही दिखती है. उन्होंने कहा कि गया जिला मुख्यालय से काफी दूर सुदूरवर्ती क्षेत्र में यह विद्यालय संचालित है. इस विद्यालय में नीमचक बथानी प्रखंड के अलावा गया जिला के विभिन्न प्रखंडों के भी बच्चे यहां अध्ययनरत हैं.

वही गौतम बुद्ध शिक्षण संस्थान में पढ़ने वाले छात्र आदित्य राज ने बताया कि यहां अच्छी पढ़ाई होती है. सबसे पहले प्रिंट में लिखने को लेकर सिखाया जाता है. इसके बाद पेंसिल से करसिव में भी लिखना सिखाया जाता है. उसके बाद कलम पकड़ाई जाती है. विशेष रूप से एक जैसी राइटिंग लिखने को शिक्षक गण कहते हैं. ऐसा करते हुए हम सब लोगों की हैंडराइटिंग एक जैसी दिखने लगती है.

वही यहां पढ़ने वाले छात्र आर्यन कुमार ने बताया कि शिक्षको के द्वारा बोर्ड पर लिखकर पढ़ाया जाता है. इसके बाद हमलोग स्लेट पर लिखते हैं. इसके बाद पेंसिल पकड़ाई जाती है. मुख्य रूप से एक जैसी हैंडराइटिंग कैसे हो ? शिक्षक इस पर ध्यान देते हैं. हम लोग भी शिक्षक के कहे अनुसार काफी कड़ी मेहनत करते हैं. जिसके बाद हम सभी की हैंडराइटिंग एक जैसी दिखती है. ऐसा होने पर हमें भी काफी खुशी होती है. हिंदी, गणित, साइंस के अलावा अन्य विषय को भी शिक्षकों द्वारा पढ़ाया जाता है. जिसे हम सभी बच्चे एक साथ मिलकर पढ़ते हैं.


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