डबल मर्डर से सनसनी : नालंदा में लूटपाट के दौरान अपराधियों ने दादी-पोते की निर्मम हत्या कर दी..
NALANDA:-बड़ी खबर नालंदा से है,जहां लूटपाट का विरोध करने पर अपराधियों ने दादी-पोते की हत्या कर दी है.हत्या की इस घटना के बाद इलाके में सनसनी फैल गई है वहीं पुलिस पूरे मामले की छानबीन में जुट गई है.
डबल मर्डर की यह घटना परबलपुर थाना क्षेत्र के करण बिगहा गांव में हुई है.लूटपाट के दौरान बदमाशों ने रस्सी से गला घोंटकर बुजुर्ग दादी और मासूम पोते की हत्या कर दी। मृतकों में किराना दुकानदार अंजन भाई पटेल की 70 वर्षीया मां मीना देवी और 4 वर्षीय पुत्र अंश पटेल शामिल है।
घटना की भनक लगने पर पुलिस महकमा में हड़कंप मच गया। थानाध्यक्ष दलबल के साथ मौके पर पहुंचकर जांच में जुट गए।
हिलसा डीएसपी कृष्ण मुरारी भी मौके पर पहुंच कर छानबीन की.पुलिस ने बताया कि बुजुर्ग महिला का शव खाट पर, जबकि बच्चे का शव फर्श पर था। दोनों के गले में रस्सी का फंदा बना है और पैर भी बंधे थे जिससे गला घोंटकर हत्या होना प्रतीत हो रहा है। परिजन चार लाख से अधिक की संपत्ति लूट का आरोप लगा रहे हैं। थानाध्यक्ष अफसर हुसैन ने बताया कि पुलिस घटना की जांच में जुट गइ है। इस घटना का खुलासा उस बक्त हुई जब पड़ोसी महिला रात में गाय को खुली देखी तो उन्हें बांधने के लिए कहने को घर गई। तब उनकी नजर दोनों के शव पर गई। घर में सामान बिखरा था। जिससे लूट के विरोध पर वारदात का अंदेशा ग्रामीण जता रहे हैं।ग्रामीणों ने बताया कि अंजन भाई पटेल पिलिच गांव में जनरल स्टोर की दुकान चलाते हैं। इस कारण वह दुकान चले गए थे। अन्य सदस्य शादी समारोह में गए थे। घर में दादी-पोता अकेला था। गृहस्वामी घर में गोशाला भी खोले हैं। करीब 20 दुधारू गाय गोशाला में है। रात में पड़ोसियों ने कॉल कर उन्हें घटना की जानकारी दी। जिसके बाद वह लौटे।
परिजनों ने बताया कि बुजुर्ग महिला का शव खाट व बच्चे का फर्श पर था। दोनों के गले में रस्सी बंधा था। पैर भी बंधे थे। अंदेशा है कि लूटपाट के बाद बदमाशों ने दोनों की रस्सी से गला घोंटकर हत्या कर दी। इसके बाद बदमाश फरार हो गए। घंटों घर में लाशें पड़ी रही।
ग्रामीणों ने बताया कि बताया कि बदमाशों को पता था कि घर में दोदी-पोते अकेले हैं। गृहस्वामी को जानने वाले ने घटना में लाइनर की भूमिका निभाई होगी। दादी-पोते की हत्या से परिवार में कोहराम मच गया। रिश्तेदारों की भीड़ गांव में जमा हो गई। गांव में परिजन की चीख पुकार गूंजने लगी। ग्रामीण पीड़ित परिवार को ढाढ़स बंधाने में जुटे हैं।