CONGRESS TO RJD : स्व ललित नारायण मिश्रा के पौत्र ऋषि मिश्रा ने थामा लालटेन..कांग्रेस ने कसा तंज
patna:-बिहार की विपक्षी महागठबंधन में आरजेडी और कांग्रेस के बीच की दूरी लगातार बढती जा रही है..विधानसभा के उपचुनाव में अलग अलग चुनाव लड़ने के बाद विधान परिषद की 24 सीटों के लिए भी दोनो अलग अलग चुनाव मैदान में उतरने की तैयारी कर रहें हैं वहीं अब दोनो पार्टी एक दूसरे के नेताओं को तोड़कर अपने साथ लाने से भी पीछे नहीं हट रही है.
कांग्रेस के दिग्गज रहे भारत सरकार के पूर्व रेल मंत्री स्व ललित नारायण मिश्रा के पौत्र ऋषि मिश्रा के कांग्रेस छोड़कर आरजेडी ज्वाइन करने के बाद दोनो पार्टियों के बीच चल रहे विवाद को और बल मिला है.
बताते चलें कि जाले के पूर्व विधायक ऋषि मिश्रा आरजेडी की मदद से कांग्रेस से 2015 में विधायक चुने गए थे..पर साल 2020 में उन्हें विधानसभा जाने का मौका नहीं मिल पाया उसके बाद से वे प्रदेश कांग्रेस नेतृत्व पर लगातार गंभीर आरोप लगा रहे थे..उन्हौने केन्द्रीय नेतृत्व तक भी अपनी बात रखी थी पर वहां भी उनकी बातें नहीं सुनी गई जिसके बाद उन्हौने भूतपूर्व रेल मंत्री ललित नारायण मिश्रा के जन्मदिन के मौके पर कांग्रेस की अध्यक्ष सोनिया गांधी को पत्र लिख कर ऋषि मिश्रा ने कांग्रेस छोड़ दी थी.उसके बाद उनके राजनीति को लेकर कई तरह के कयास लगाए जा रहे थे..इस बीच उन्हौने 27 फरवरी को तेजस्वी यादव के साथ गले मिलते हुए आरजेडी की सदस्या ले ली है.
लालटेन का दामन थामने के बाद ऋषि मिश्रा ने तेजस्वी के साथ ही लालू यादव एवं आरजेडी के कामकाज की तारीफ करते हुए कांग्रेस पर जमकर निशाना साधा.मीडिया से बात करते हुए ऋषि मिश्रा ने कहा कि कांग्रेस छोड़ते वक्त उन्हौने घोषणा की थी कि अपने क्षेत्र की जनता की राय के आधार पर अगला कदम उठायेगें ..और स्थानीय जाले विधानसभा एवं मिथिला की जनता ने उन्हें आरजेडी के साथ जुड़ने की सलाह दी है जिसके बाद उन्हौने आरजेडी की सदस्यता ली है और आनेवाले दिनों नें आरजेडी की विचार धारा एवं संगठन को मजबूत करने के लिए काम करूंगा.