पहले खाकी, अब खादी से जनता की सेवा : कांग्रेस के साथ पूर्व DGP का 'हाथ', पिता के अधूरे सपने करेंगे पूरे

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पटना : हाल ही में भारतीय कांग्रेस पार्टी में शामिल हुए तमिलनाडु कैडर के वरिष्ठ आईपीएस अधिकारी एवं अवकाश प्राप्त पुलिस महानिदेशक बी के रवि ने बिहार में कांग्रेस की विचारधारा को अग्रसरित करने के लिए कई महत्वपूर्ण मुद्दों पर अपने विचार प्रकट किए। साथ ही बताया कि इंडिया एलायंस की तमाम विचारधारा जिनमें समाज के वंचित तबका, बेरोजगारी, विभिन्न प्रकार के पिछड़ेपन को दूर करने के साथ-साथ धर्मनिरपेक्षता की विचारधारा को आगे लाने का संपूर्ण प्रयास शामिल है।


पूर्व DGP बी के रवि ने कहा कि समाज की समेकित विकास तभी मुमकिन है जब सभी तत्वों को साथ लेकर चला जाए, सभी पिछड़े एवं वंचितों को समाज की मुख्यधारा में शामिल करने हेतु समेकित प्रयास किया जाए। महिला सशक्तिकरण पर रवि ने खास जोर दिया। उन्होंने आगे बताया कि महिलाओं के स्वास्थ्य, शिक्षा और सामाजिक एवं आर्थिक स्वावलंबन की दिशा में कई सरकारी नीतियों को जमीन पर उतारना किसी भी सरकार की पहली प्राथमिकता होती है। उन्होंने कहा कि बिहार से भारी संख्या में मानव संसाधन बाहर जा रहे हैं, जिनमें बड़ी संख्या में मजदूरों, कामगारों का पलायन एवं अन्य शिल्पकारों का पलायन शामिल है। रवि ने यह भी कहा कि बिहार में पीछड़ रहे औद्योगिक विकास की गति तेज करने के साथ- साथ औद्योगिक इकाइयों की निर्वाध स्थापना करना सरकार की प्राथमिकताओं में शामिल है।

बता दें कि बिहार के मूल निवासी, रवि सहरसा जिले के रहने वाले हैं और रविदास समुदाय से हैं। पटना विश्वविद्यालय से समाजशास्त्र में स्स्रातक की डिग्री के लिए स्वर्ण पदक प्राप्त करने के बाद, उन्होंने दिल्ली स्कूल ऑफ इकोनॉमिक्स से समाजशास्त्र में स्नातकोत्तर की डिग्री हासिल करके अपनी शैक्षणिक यात्रा को आगे बढ़ाया। अपने शानदार करियर के दौरान, रवि ने कई प्रतिष्ठित पुरस्कार प्राप्त किए हैं, जिनमें विशेष रूप से 1998 में संयुक्त राष्ट्र पदक और 1999 में विदेश सेवा पदक शामिल है। कांग्रेस पार्टी के धर्मनिरपेक्ष सिद्धांतों को साझा करते हुए, समाज के वंचित वर्गों के सशक्तिकरण पर ध्यान केंद्रित करते हुए, उन्होंने 30 सितंबर को स्वेच्छा से अपने सम्मानित पद से सेवानिवृत्त होने का फैसला किया और कांग्रेस पार्टी के साथ एक नई यात्रा शुरू की।

उन्होंने आगे बताया कि मजबूत कांग्रेस संबद्धता वाले परिवार से आने वाले, रवि के पिता, स्वर्गीय तुल मोहन राम, एक स्वतंत्रता सेनानी और 1962 से 1977 तक तीन बार लोकसभा सांसद रहे और 1957 से 1962 तक कांग्रेस पार्टी के विधायक भी रहे। रवि ने सरकार की नीतियों को जमीन पर उतारने में अपनी पूरी ताकत झोंकने के लिए तमिलनाडु पुलिस में अच्छी खासी नौकरी से स्वैच्छिक सेवानिवृत्ति प्राप्त करने के बाद अपनी अपनी पूरी ताकत बिहार की दशा और दिशा को बदलने के लिए कांग्रेस की कल्याणकारी नीतियों को विस्तारित करने के लिए अपने कर्म भूमि एवं जन्मभूमि बिहार को ही चुना।