परीक्षा के साथ रिजल्ट की तैयारी ! : BPSC ने TRE2 EXAM के प्रश्नों का जारी किया उत्तर, साक्ष्य के साथ मांगे सुझाव

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BPSC releases result for TRE2 along with exam, seeks objection from candidates with evidence BPSC releases result for TRE2 along with exam, seeks objection from candidates with evidence

PATNA:-बिहार लोक सेवा आयोग द्वारा दूसरे चरण की शिक्षक भर्ती परीक्षा ली जा रही है. 7 दिसंबर से यह परीक्षा शुरू हुई है और 15 दिसंबर तक चलेगी.इस दौरान बीपीएससी परीक्षा के साथ ही रिजल्ट की भी साथ-साथ तैयारी में जुट गयी है.परीक्षा के प्रश्नपत्र का उत्तर सेट भी साथ- साथ वेबसाइट पर अपलोड किया जा रहा है और अभ्यर्थियों से संबंधित उत्तर में संशोधन को लेकर आपत्ति मांगे जा रहे हैं.

बीपीएससी ने इस संबंध में सूचना प्रकाशित की है.इस सूचना में लिखा गया है कि विज्ञापन संख्या 27-2023 के अन्तर्गत प्रधानाध्यापक के पदों पर नियुक्ति हेतु लिखित परीक्षा का आयोजन 7 दिसंबर 2023 पहली पाली में किया गया था.वहीं अध्यापक के पदों पर नियुक्ति हेतु विभिन्न विषयों के लिए परीक्षा का आयोजन 7 दिसंबर को दूसरी पाली में तथा 8 दिसंबर को एकल पाली में ली गयी थी.इन सभी परीक्षाओं से संबंधित उत्तर पुस्तिका सेट-ए के सभी प्रश्नों के औपबंधिक उत्तर आयोग के वेबसाइट https://bpsc.bih.nic.in/ पर उपलब्ध है.उक्त परीक्षाओं में शामिल अभ्यर्थियों को सूचित किया जाता है कि औपबंधिक उत्तर का मिलान आयोग के वेबसाइट पर उपलब्ध उत्तर पुस्तिका से कर लें.किसी अभ्यर्थी को उक्त विषयों के किसी भी प्रश्न के औपबंधिक उत्तर पर आपत्ति हो तो वे अपने username और password से login करते हुए डैशबोर्ड पर 10 से 12 दिसंबर तक आपत्ति प्रमाणिक स्रोत अथवा साक्ष्य के साथ अपलोड करें.औपबंधिक उत्तर में जिन प्रश्नों पर निर्धारित तिथि तक कोई आपत्ति प्रपात नहीं होगी,तो उन उत्तरों को निर्विवाद रूप से आदर्श उत्तर माना जायेगा और उसके बाद इन प्रश्नों के भविष्य में कोई आपत्ति विचारणीय नहीं होगी.

बताते चलें कि पहले के कई प्रतियोगी परीक्षाओं में प्रश्नों के उत्तर को लेकर विवाद हुआ है और इस विवाद की वजह से कई अभ्यर्थियों को इसका खामियाजा भुगतना पड़ा है.इस तरह का कई मामला कोर्ट तक भी गया है और कोर्ट के आदेश के बाद परीक्षा का रिजल्ट बदलना पड़ा है.इससे कई बार सफल अभ्यर्थी भी फेल हो जा रहे हैं,पर अब बीपीएससी ने परीक्षा के बाद आदर्श उत्तर सेट भी सार्वजनिक करने की पहल की है और अभ्यर्थियों से उत्तर सेट पर आपत्ति मांगे जा रहे हैं.आयोग के इस पहल का फाईदा कई रूप में हो रहा है.एक तो अभ्यर्थी परीक्षा में हल किये गये अपने प्रश्न पत्र से इस मॉडल उत्तर का मिलान कर अपना परफॉर्मेंस देख लेता हैं और दूसरा कि अगर आयोग की नजर मे किसी प्रश्न का उत्तर गलत बताया जा रहा है तो वे आपत्ति भी दर्ज करा देते हैं और आयोग उस आपत्ति पर एक्सपर्ट कमिटि के जरिए जरूरी सुधार भी समय रहते करवा लेतें हैं और फिर रिजल्ट जारी करते हैं.इससे विवाद की गुंजाइश खत्म हो जाती है.