शिक्षकों के लिए बड़ी खबर : ट्रेनिंग में अब 3 बार बनाना होगा बायोमेट्रिक अटेंडेंस, सेवाकालीन ट्रेनिंग पोस्टिंग जिले में ही होगी
PATNA : बिहार के सरकारी स्कूलों में शिक्षकों के लिए सेवाकालीन प्रशिक्षण को अधिक अनुशासित और प्रभावी बनाने के लिए नए दिशा-निर्देश जारी किए गए हैं। अब शिक्षकों को प्रशिक्षण के दौरान सुबह, दोपहर और शाम - तीन बार बायोमेट्रिक अटेंडेंस देना अनिवार्य होगा। यह कदम इसलिए उठाया गया है ताकि शिक्षक पूरी तरह से प्रशिक्षण में भाग लें और बीच में सेंटर छोड़कर न जाएं।
शिक्षा विभाग के अपर मुख्य सचिव डॉ. एस. सिद्धार्थ ने इस संबंध में राज्य शिक्षा शोध एवं प्रशिक्षण परिषद को निर्देश जारी किया है। अब प्रशिक्षण संबंधित जिले के शिक्षा मुख्यालय में ही आयोजित होगा। प्रशिक्षण से एक सप्ताह पहले शिक्षकों को इसकी सूचना दी जाएगी।
सख्ती का उद्देश्य
पहले केवल एक बार अटेंडेंस होता था, जिससे शिक्षक प्रशिक्षण में भाग लिए बिना चले जाते थे। नई व्यवस्था के तहत बायोमेट्रिक अटेंडेंस की अनिवार्यता के साथ शिक्षकों को ट्रेनिंग सर्टिफिकेट तभी मिलेगा, जब उनकी पूरी उपस्थिति दर्ज होगी। अनुपस्थित रहने वाले शिक्षकों से स्पष्टीकरण मांगा जाएगा।
44243 शिक्षकों की काउंसिलिंग पूरी, नियुक्ति-पत्र तैयार
सक्षमता परीक्षा पास करने वाले 44243 शिक्षकों की काउंसिलिंग प्रक्रिया पूरी हो चुकी है। इन शिक्षकों के दस्तावेज़, आधार नंबर, फोटो और थंब इंप्रेशन की जांच पूरी कर ली गई है। जल्द ही इन्हें नियुक्ति-पत्र प्रदान किया जाएगा। इससे पहले 20 नवंबर को 1.14 लाख शिक्षकों को नियुक्ति-पत्र देकर राज्य कर्मचारी बनाया गया था लेकिन कुछ शिक्षकों के दस्तावेज़ में कमी के कारण उनकी प्रक्रिया रुकी हुई थी।
नया कदम शिक्षकों की गुणवत्ता सुधारने की दिशा में महत्वपूर्ण
सरकार की यह पहल शिक्षकों की कार्यशैली और प्रशिक्षण प्रक्रिया को और अधिक पारदर्शी और प्रभावी बनाने की ओर बढ़ाया गया एक बड़ा कदम है। इससे शिक्षा व्यवस्था में सुधार की उम्मीद है।