BIHAR NEWS : पासपोर्ट सेवा में सुधार, राज्य सरकार की पहल से बढ़ी सुविधाएं और आवेदन संख्या


PATNA : बिहार में पासपोर्ट बनवाने की प्रक्रिया में तेजी आ रही है और अब हर साल लगभग 3.5 से 4 लाख पासपोर्ट बन रहे हैं। 2024 में कुल 4 लाख 346 आवेदन प्राप्त हुए थे, जिनमें से 3 लाख 86 हजार 820 पासपोर्ट स्वीकृत किए गए। बिहार सरकार ने केंद्रीय विदेश मंत्रालय के साथ मिलकर नागरिकों को पासपोर्ट सेवा में अधिक सुविधा प्रदान करने के लिए कई महत्वपूर्ण कदम उठाए हैं। बिहार के 40 लोकसभा क्षेत्रों में से 39 क्षेत्रों में पासपोर्ट सेवा केंद्र (PSK) खोले गए हैं, जिससे लगभग सभी जिलों के मुख्यालय कवर हो गए हैं। इसके अलावा पटना के गर्दनीबाग में डेढ़ एकड़ ज़मीन पासपोर्ट क्षेत्रीय कार्यालय के लिए उपलब्ध कराई गई है जहां जल्द ही कार्यालय का निर्माण शुरू किया जाएगा।
बिहार के कुछ जिलों में जहां पासपोर्ट के लिए अधिक आवेदन आते हैं, वहां पटना स्थित क्षेत्रीय पासपोर्ट कार्यालय द्वारा मोबाइल वैन कैंप लगाए जाते हैं। इन कैंपों में लंबित आवेदनों का त्वरित निपटारा किया जाता है। हाल ही में सीवान, गोपालगंज, पूर्णिया और पटना के कुछ स्थानों पर ऐसे कैंप लगाए गए थे, जिनमें सैकड़ों आवेदनों का समाधान किया गया। बिहार में पासपोर्ट के लिए आवेदन करने वालों की संख्या पिछले पांच वर्षों में दोगुनी से अधिक हो गई है, 2020 में 1 लाख 71 हजार पासपोर्ट जारी किए गए थे जबकि 2024 में यह संख्या बढ़कर 3 लाख 86 हजार से अधिक हो गई है। इस वृद्धि का प्रमुख कारण सरकार द्वारा किए गए सुधार और बेहतर सेवा उपलब्ध कराना है।
बिहार सरकार का उद्देश्य यह है कि राज्य के सभी नागरिकों को पासपोर्ट बनाने की सुविधा उनके नजदीकी सेवा केंद्रों से मिले, 39 लोकसभा क्षेत्रों में पासपोर्ट सेवा केंद्र स्थापित किए गए हैं और एकमात्र वाल्मिकीनगर (बगहा) क्षेत्र में इसका केंद्र जल्द ही खोला जाएगा। इसके अलावा लोगों की सुविधा के लिए आवश्यकतानुसार मोबाइल कैंप भी लगाए जाते हैं।