बिहार में धंस गया एक और पुल : अधिकारियों में मचा हड़कंप, महीनेभर में दूसरी घटना
किशनगंज : बिहार में पुल गिरने का सिलसिला थमने का नाम नहीं ले रहा है। ताजा मामला सामने आया है बिहार के किशनगंज से जहां मेची नदी पर बनाया जा रहा नवनिर्मित पुल धंसने से हड़कंप मच गया। पहली बरसात में ही पुल धंसने से इसका निर्माण कर रही कम्पनी जीआर इंफ्रा पर सवाल उठने शुरू हो गए हैं। बता दें कि इससे पहले भागलपुर में निर्माणाधीन पुल गिरने से नीतीश कुमार सरकार की किरकिरी हुई थी।
मामला किशनगंज के ठाकुरगंज प्रखंड स्थित गंभीरगढ़ इलाके का बताया जा रहा है जहां एन एच 327 E पर मेची नदी पर नवनिर्मित पुल का पाया धंसने का मामला प्रकाश में आया। 15सौ 46 करोड़ की लागत से अररिया से गलगलिया कुल लंबाई 94 किलोमीटर सड़कों की चौड़ीकरण का कार्य चल रहा हैं। जिसमें एक दर्जन से अधिक पुलों का निर्माण कार्य चल रहा हैं। जिसमें गम्भीरगढ़ के समीप निवनिर्मित पुल का एक पीलर एक फिट धंसने से पुल निर्माण कंपनी जीआर इंफ्रास्ट्रक्चर कंपनी सवालों के घेरे में हैं।
वही स्थानीय लोग इसे भ्रष्टाचार का नमूना बता रहे है ग्रामीणों के मुताबिक ये मार्ग सात राज्यों को जोड़ती है,और इसी मार्ग को हजारों भारी वाहनों का आगमन होती है,लेकिन निवनिर्मित पुल से ना तो वाहनों का आगमन हुआ है और ना ही नदी में बाढ़ जैसी हालात है,उससे पहले ही पुल का पाया धंसना पुल निर्माण में भारी धांधली हुई है। ग्रामीण, पुल निर्माण कंपनी को ब्लैकलिस्टेड करने की मांग कर रहे है।
लोगों का कहना है कि इसी पुल के ठीक बगल में सौ वर्ष पुरानी पुल है,जिस पुल का अभी तक इस्तेमाल हो रहा है लेकिन नवनिर्मित पुल का धंसना एक बड़ा हादसा होने से टला। सीजन की पहली बारिश में ही पुल ठहर नहीं पाया। अभी नदी में सिर्फ बरसाती पानी ही है। नदी में पानी नहीं होने के बावजूद भी निर्माणाधीन पुल के पाए के धंसने से लोगों ने निर्माण कार्य की गुणवत्ता को लेकर सवाल उठाने शुरू कर दिए हैं।