बालू माफियाओं ने खेतीहर जमीन को बनाया नदी : कारनामा सुन दंग रह जायेंगे आप, पटना की EXCLUSIVE स्टोरी पढ़िए
पटना : बिहार में 3 महीने के लिए बालू के बंद हो जाने के बाद बाजारों में बालू की कीमतें आसमान छू रहीं हैं । बालू भंडारण करने वाले लाइसेंसधारी उसे मनमाने दामों में बेच रहें हैं, जिससे बाजार में बालू की किल्लत हो गयी है। वहीँ सोन तटीय गांवों में दर्जनों अवैध बालू भंडारण किया गया है यही नहीं डुप्लीकेट चालान बनाकर भी बालू बेचा जा रहा है।
पटना जिले के पालीगंज अनुमंडल से लेकर बिहटा तक बालू माफियाओं ने अंधेरगर्दी मचा रखी है। रानीतलाब थाना क्षेत्र के सेलगढ़ गाँव में थाने से महज कुछ हीं दूरी पर बालू माफियाओं ने खेतीहर जमीन को नदी बना दिया है लेकिन स्थानीय पुलिस और खनन विभाग को अब तक इसकी जानकारी नहीं हुई। सोन नदी के सटे इस गाँव में बालू माफिया पोकलेन मशीन लगाकर दिन रात बालू का अवैध खनन कर रहें है जिस खेत मे धान की फसल होती थी आज वो नदी बन गयी है। माफियाओं ने जमीन को 30 से 40 फिट खोद कर गड्ढा कर दिया है।
ग्रामीणों ने स्थानीय थाने को इसकी जानकारी दी लेकिन कार्रवाई नहीं हुई । दरसअल खनन विभाग ने बालू की कालाबाजारी रोकने के लिए जिले में 96 लोगों को बालू भंडारण का लाइसेंस निर्गत किया है । लेकिन 96 लाइसेंस की आर में हज़ारों लोगों ने चोरी छुपे बालू भंडारित कर रखा है और उसे महंगे दामों में बेच रहें हैं। इस संबंध में बिहटा के लाई गाँव के मुखिया और यहाँ के स्थानीय लोगो ने खनन विभाग को कई दफे शिकायत की लेकिन कुछ नहीं हुआ,चोरी के भंडारित बालू बेचने से सरकार को प्रतिदिन लाखों रुपये के राजस्व का नुकसान हो रहा है।
लाई के एक बालू स्टॉक की जांच करने पहुँचे पटना जिला खनन के पदाधिकारियों ने तय मात्रा से ज्यादा बालू भंडारण कर उसे ऊँचे दाम में बेचने वालों पर कार्रवाई तो की लेकिन एक स्टॉक पर जाँच कर सिर्फ खानापूर्ति हुई ऐसे कई बालू के स्टॉक हैं । लाई बाजार से लाइसेंस के आर में एक हज़ार घन फुट से ज्यादा बालू मिला जिसे खनन विभाग ने जब्त कर लिया है। जब्त बालू की कीमत लगभग दस लाख रुपये है खनन निरीक्षक ने उसे पट्टाधारी द्वारा लिए गए लाइसेंसधारी को सौंप कर सरकारी राजस्व की वसूली करने की बात कही है।
सोन तटीय गांवों में दर्जनों अवैध बालू भंडारण किया गया है यही नहीं डुप्लीकेट चालान बनाकर भी बालू बेचा जा रहा है । ग्रामीणों ने इस संबंध में कई दफे शिकायत की है,। इस संबंध में मचलाहपुर लाई गाँव के मुखिया ने बताया कि कई बार लिखित और मौखिक शिकायत की अवैध खनन का वीडियो भी दिया गया लेकिन विभाग के अधिकारी नहीं सुनते ।
वहीं स्थानीय लोगों का कहना है कि यहाँ धररल्ले से बालू भंडारण कर बिना चालान के बेचा जा रहा है कई स्टॉक का लाइसेंस नही है आवासीय जगहों पर भी विभाग ने बालू भंडारण का लाइसेंस दे दिया है जिससे ग्रामीणों को भारी परेशानी हो रही है। इस संबंध में छापेमारी करने पहुँचे खनन विभाग के अधिकारियों से जब पूछा गया तो कैमरे पर कुछ भी बोलने से इंकार कर दिया । वहीं पालीगंज एएसपी ने मामले पर संज्ञान लेते हुये कार्रवाई की बात कही है।